कोरोना संक्रमण के बीच राज्य की सियासी गलीयारो की पारा हाई हो चूका है. प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर राजनितिक पार्टी के बीच तल्खी तेज हो गयी है. सत्ता पर काबिज हेमंत सरकार पर हमला करने का कोई भी मौका भाजपा नहीं छोड़ रही है.
Also Read: नीलांबर-पीतांबर जल समृद्धि योजना के तहत पांच वर्षो में 1200 करोड़ खर्च करने की तैयारी में सरकार
एक तरफ जहाँ पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भाजपा में घर वापसी करने के बाद कोरोना संक्रमण के बीच पत्र के माध्यम से अपनी बातो को सरकार के सामने रख रहे है. तो वही उनके प्रवक्ता हिंदपीढ़ी जैसे मुद्दों पर उन्हें घेर रहे है. हालांकि ये बात अलग है की भाजपा के पास विरोध करने के अलावा फ़िलहाल कोई उपाय नहीं है.
Also Read: हेमंत सरकार कोरोना से लड़ने के लिए नई रणनीति बना रही है, 56 ट्रेनों से घर आएंगे प्रवासी
झामुमो के महासचिव और प्रवक्ता विनोद पांडेय ने प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर भाजपा पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा की भाजपा के नेताओ को मजदूरों पर बोलने का कोई हक़ नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा की झारखण्ड में संसाधन कम होने के बाद भी हेमंत सरकार ने बेहतर काम करके दिखाया है. आगे उन्होंने कहा की अभी भी राज्य की जनता दूसरे राज्यों में फंसे है लेकिन भाजपा के नेता सिर्फ बयानबाजी कर रहे है.
Also Read: 1 रूपये में जमीन की रजिस्ट्री बंद, हेमंत सरकार ने वापस लिया फैसला, जानिए आखिर क्यों हुआ ऐसा
हेमंत सोरेन की कार्यशैली का देश भर में प्रशंसा हुई है लेकिन भाजपा के नेता सिर्फ ओछी राजनिति करने में लगे है. हेमंत सोरेन के बढ़ते ग्राफ से भारतीय जनता पार्टी भयभीत है.