झारखण्ड मुक्ति मोर्चा कोडरमा जिला प्रवक्ता ने प्रेस नोट जारी करते हुए मुख्यमंत्री दीदी किचन चलने वाले एनजीओ पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. प्रेस नोट में कहा गया की जिला अध्यक्ष श्याम किशोर सिंह के द्वारा मुख्यमंत्री दीदी किसान योजना की देख-रेख करने के लिए पार्टी स्तरीय प्रत्येक पंचायत और नगर के क्षेत्रो में समिति का गठन किया है. प्रत्येक पंचायत में प्रवेक्षक और प्रभारी नियुक्त किये गए है. निरीक्षण के दौरान दीदी किचन योजना में काफी लापरवाही देखी गयी है.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा शुरू की गयी दीदी किचन योजना का निरीक्षण करने के लिए जयनगर, चंदवारा और मरकच्चो के प्रवेक्षक गए तो उन्होंने पाया की जिस एनजीओ के द्वारा दीदी किचन योजना चलाया का रहा है उनके द्वारा भरी अनियमिता बरती जा रही है. जयनगर प्रखंड के अध्यक्ष अशोक सिंह और बुद्धिजीवी मोर्चा के जिला सचिव गोविन्द बिहारी के द्वारा दीदी किचन के केन्द्रो पर कार्यरत लोगो से पूछा गया की कितने लोगो को खाना खिलाना है तो मालूम पड़ा की एनजीओ के द्वारा कार्यरत कर्मियो को निर्देश दिया गया है की सिर्फ 10- 20 लोगो को ही खाना खिलाना है.
हेमंत सोरेन के द्वारा कोरोना महामारी में प्रत्येक पंचायत स्तर पर दीदी किचन की शुरुआत की गयी है. इस योजना का लक्ष्य गरीब और जरुरतमंद लोगो को भोजन उपलब्ध करना है. लेकिन जिला कमिटी के द्वारा ये आरोप लगाया जा रहा है एनजीओ द्वारा मनमानी की जा रही है. मुख्यमंत्री का साफ़ निर्देश की भोजन की वजह से कोई भी भूखा न सोए. जिला कमिटी ने एनजीओ को साफ़ लफ्जो में कहा की जो भी लोग भोजन करना चाहते है उन्हें भोजन कराया जाये। ताकि कोई भी भूखा नहीं रहे है.
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जिला अध्यक्ष श्याम किशोर सिंह ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओ को निर्देश देते हुए कहा की अपने-अपने पंचायत में दीदी किचन योजना पर ध्यान रखना है साथ ही ये सुनिश्चित करे की आपदा की घडी में जो भी भूख तथा अन्य किसी राहत सामग्री के कारण समस्या से परेशान हो उसकी मदद करे. राज्य के अंतिम व्यक्ति तक योजना का लाभ पहुंचे इसका ख्याल रखे और मुख्यमंत्री जी के आदेशो का पालन करे.