Skip to content

Sita Soren MLA: “बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई, इक शख़्स सारे जहां को वीरान कर गया”

Arti Agarwal
Sita Soren MLA: "बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई, इक शख़्स सारे जहां को वीरान कर गया" 1

Sita Soren MLA: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन के तीन बेटों में सबसे बड़े दुर्गा सोरेन थे. दुर्गा सोरेन विधायक भी रह चुके थे और गुड्डा लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ा था परंतु वे हार गए थे. दुर्गा सोरेन और सीता सोरेन की तीन बेटियां हैं. 21 मई 2009 को शिबू सोरेन के बड़े बेटे और पार्टी के महासचिव दुर्गा सोरेन की बोकारो में अपने निवास पर संदेहास्पद स्थितियों में मौत हो गई थी.

झारखंड मुक्ति मोर्चा और शिबू सोरेन का परिवार 21 मई को दिवंगत दुर्गा सोरेन की 12वीं पुण्यतिथि मना रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने बड़े भाई को श्रद्धांजलि देते हुए कहा “झारखंड आंदोलन में अग्रिम भूमिका निभाने वाले संघर्षवीर, पिता तुल्य बड़े भाई, मेरे प्रिय दुर्गा दा की पुण्यतिथि पर उन्हें याद कर भावुक है जहां उनकी नेतृत्व क्षमता का कोई जोड़ नहीं था वहीं वे युवाओं के मार्गदर्शक और प्रेरणास्रोत भी थे. लोगों की समस्याओं का निदान उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होती थी और राज्य एवं राज्यवासियों के विकास के लिए वे हमेशा चिंतित एवं तत्पर रहते थे. उनके सपनों का झारखंड बनाने हेतु हम सदा संघर्षशील रहेंगे”

इस बीच स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की पत्नी और जामा विधानसभा से झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सह पार्टी की महासचिव सीता सोरेन उन्हें याद करते हुए भावुक हो गई. उन्होंने ट्वीट कर लिखा “बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई, इक शख़्स सारे जहां को वीरान कर गया” आपके जाने के बाद एक दिन ऐसा नहीं गुजरा जब आपके ना होने का एहसास ना हुआ। जहां भी हो आप खुश हो. हम सभी के आदर्श स्वर्गीय दुर्गा सोरेन जी की 12वीं पुण्यतिथि पर नमन।

बता दें कि दुर्गा सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक फायरब्रांड नेता के तौर पर जाने जाते थे. अपने दौर में युवाओं के चहेते माने जाते थे. कहा जाता है की पार्टी में उन्हें देख कर कई युवा तेजी से शामिल हो रहे थे साथ ही गुरुजी के आंदोलन में भी वे उनके साथ रहा करते थे. यही कारण है कि उन्होंने झारखंड आंदोलन को गुरुजी के साथ रहकर काफी करीब से देखा था.