दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने मुख्यमंंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) से मुलाकात की. यह मुलाकात रांची के कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में हुई.
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केंद्र सरकार के एक अध्यादेश के खिलाफ विपक्षियों पार्टियों का समर्थन चाहते हैं. जिसके लिए वो देश के सभी विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. जिससे कि उस अध्यादेश को वे चुनौती दे सके. इसी वजह से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रांची आए थे. इससे पहले वो चेन्नई में थे, जहां उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से मुलाकात कर समर्थन मांगा था.
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बता दें कि केंद्र सरकार ने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली संशोधन अध्यादेश 2023 पास किया है. इस अध्यादेश के तहत अफसरों के तबादले से जुड़े मामले में अंतिम फैसला उपराज्यपाल का माना जाएगा. बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस करके अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश में जिस तरीके के हालात नरेंद्र मोदी की सरकार बना रही है वह देश के लिए ठीक नहीं है. मैं पूरे देश में इस बात के लिए सभी लोगों से समर्थन मांग रहा हूं कि लोकसभा में नरेंद्र मोदी का बहुमत है, लेकिन राज्यसभा में नरेंद्र मोदी का बहुमत नहीं है, ऐसे में जब राज्यसभा में यह अध्यादेश आए तो इसका विरोध किया जाए, ताकि यह अध्यादेश राज्यसभा में पास ना हो पाए.
गैर-भाजपा शासित सरकारों पर लगातार नरेंद्र मोदी प्रहार कर रहे हैं: Hemant Soren
वही झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जिस तरीके से देश में काम किया जा रहा है उसे संघीय ढांचे पर प्रहार कहा जा सकता है. हमारे देश की ताकत अनेकता में एकता है लेकिन उस पर भी मोदी सरकार का यह कदम एक बड़ा प्रहार है. संघीय ढांचे की बात केंद्र सरकार तो करती है लेकिन काम पूरी तरह विपरीत ही रहता है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि लगातार संघीय ढांचे पर प्रहार किया जा रहा है अभी कुछ दिन पहले लोकसभा के नए भवन का उद्घाटन हुआ वह सिर्फ लोकसभा का उद्घाटन नहीं बल्कि लोकतंत्र के मंदिर का उद्घाटन हुआ और उसमें जिस तरह से काम किया गया वह सबके सामने है. गैर भाजपा शासित सरकारों पर लगातार नरेंद्र मोदी प्रहार कर रहे हैं. वह सिर्फ उन सरकारों पर प्रहार नहीं बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था पर प्रहार है.