Satyanand Bhokta: कोरोना संकट के कारण देश भर में लॉकडाउन ख़त्म हो रहा है. लेकिन कन्टेनमेंट जोन में 30 जून तक लॉकडाउन जारी रहेगा। रोजगार की तलाश में प्रदेश गए प्रवासी मजदूर अब अपने राज्य वापस लौट चुके है और जो बचे है उन्हें वापस लाने का प्रयास राज्य सरकार की तरफ से की जा रही है. राज्य वापस लौट रहे प्रवासी मजदूरों के सामने सबसे बड़ी चुनौती रोजगार की होगी।
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झारखंड सरकार में श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने अपने एक बयान में कहा है की दूसरे राज्यों से लौट रहे प्रवासी मजदूरों को झारखंड सरकार रोजगार उपलब्ध कराएगी। इसके लिए कोलियरियों में मशीनों की जगह मजदूरों से कोयला लोडिंग कराई जाएगी।
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राज्य के श्रम मंत्री सत्यानंद भोगता ने शनिवार को बालूमाथ प्रखंड कार्यालय के सभागार में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि सीसीएल की तेतरियाखाड़, मगध और आम्रपाली कोलियरी में रैक लोडिंग और ट्रकों में मशीनों से हो रही लोडिंग के जगह मजदूरों से रैक लोडिंग कराई जाएगी ताकि प्रवासियों, राज्य के बेरोजगार युवकों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिल सके।
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भोगता ने कहा कि वह बालूमाथ के गोनिया में टोमैटो सॉस फैक्ट्री लगाने के लिए मुख्यमंत्री से बात करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि बाहर से आ रहे मजदूरों को कोरंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। इसके लिए वहां भोजन-पानी में कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी लोग कोरोना से जंग लड़ रहे कोरोना योद्धाओं का सहयोग करें ताकि इस महामारी पर विजय हासिल की जा सके।
ग्रामीणों ने मंत्री के समक्ष बालूमाथ को अनुमंडल बनाने,अधूरे पड़े अस्पताल के नए भवन और डिग्री कॉलेज के निर्माण की मांग की। इस मौके पर बालूमाथ बीडीओ मनीष कुमार,अंचलाधिकारी रवि कुमार आदि मौजूद थे।