
लम्बे समय से देश भर में एनआरसी को लेकर बवाल मचा हुआ है. भारत के लगभग सभी राज्यों में इसका कड़ा विरोध भी किया जा रहा है. कई ऐसे राज्य है जिन्होंने विधानसभा से इसे लागू नहीं करने का प्रस्ताव भी पारित किया है.
झारखण्ड में हेमंत सरकार बनने के बाद एनआरसी और एनपीआर का विरोध कर रहे लोगो रहत मिली है. चुनाव के पूर्व से ही हेमंत सोरेन अपनी चुनावी सभाओ में इसका जिक्र करते हुए कहा है ये सिर्फ बाटने की राजनीती से प्रेरित है, उन्होंने ये भी कहा था की यदि हमारी सरकार बनती है तो हम इस झारखण्ड में लागू नहीं होने देंगे।
झारखण्ड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम ने भारत सरकार को एक पत्र लिखा है जिसमे ये कहा गया है की 2010 की तर्ज पर झारखण्ड में राष्ट्रीय नागरिक पंजी करने और राष्ट्रीय नागरिकता कानून को झारखण्ड में नहीं लागू करने का अनुरोध भारत सरकार से करती है.
इस पर भाजपा क्या रुख अपनाती है फ़िलहाल कुछ कह पाना मुश्किल है लेकिन ये साफ़ है की भाजपा इस विषय पर हेमंत सोरेन को घेरने की कोशिश जरूर करेंगे।