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झारखंड में एक और मॉब लिंचिंग! दो हत्या के बाद भी नहीं पहुंची पुलिस, ग्रामीणों ने लापरवाही का लगाया आरोप

Arti Agarwal

झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटना फिर एक बार सामने आ रही है. ताजा मामला गुमला जिले की है जहां खादी उरावं नामक व्यक्ति के हत्या का आरोपी रामचंद्र उरावं को ग्रामीणों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. मामले की जानकारी मिलने के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची जिससे पुलिस पर कई सवाल खड़े हो रहे है.

गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के घूगरु पाठ गांव में मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है यहां बीमारला बॉक्साइट माइन्स के सुनील होटल के समीप गुरुवार को खादी उरांव नाम के व्यक्ति की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी. मामले की जानकारी मिलने के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची. पुलिस ने चौकीदार के माध्यम से शव को मंगाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने हत्या के आरोपी रामचंद्र उरांव की भी पीट-पीटकर हत्या कर दी. मामले की जानकारी मिलने के बाद भी पुलिस गांव नहीं पहुंची और फिर से एक बार चौकीदार को भेज दिया.

पुलिस के द्वारा भेजे गए चौकीदार ने गांव से किसी तरह रामचंद्र को पुलिस पिकेट बिमारला तक लाया वहां से उसे घाघरा भेजा गया परंतु रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. दोनों ही हत्या के बाद से पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. साथ ही पुलिस पर यह आरोप भी लग रहा है कि वह कानून व्यवस्था को संभालने में नाकाम हो रहे हैं.

मृतक खादी की पुत्री नीलम कुमारी का कहना है कि थाना में हत्या में शामिल लोगों का नाम बताती रही परंतु पुलिस वालों ने मुकदमा दर्ज नहीं किया साथ ही नीलम का यह भी कहना है कि यदि पुलिस घटनास्थल की जांच करती तो कई सबूत आसानी से हाथ लग सकते थे परंतु पुलिस ने हत्या को गंभीरता से नहीं लिया पुलिस की तरफ से बरती गई लापरवाही के कारण आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़ रखा था थाने में फ़ोन करने के बाद भी पुलिस नहीं आई. जबकि ग्रामीणों ने सामूहिक रुप से कहा कि खादी की हत्या के बाद पुलिस गांव नहीं आई हत्या का आरोपी रामचंद्र को पकड़ने के बाद हम लोगों ने पुलिस को फोन किया उसके बाद भी पुलिस नहीं आई. चौकीदार आया था रामचंद्र को पकड़कर ले गया उसके बाद मौत हुई यह आश्चर्यचकित बात है. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही से रामचंद्र की मौत हुई होगी