सालखान मुर्मू ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने आदिवासी समाज को हिंदू बताकर आदिवासियों का अपमान किया है जो एक अपराध है. उनका यह बयान गलत है, भ्रामक है, अपमानजनक है और आदिवासियों के लिए खतरे की घंटी है. संघ ने बाबूलाल के कंधे पर बंदूक रखकर आदिवासियों को गुलाम बनाने के षड्यंत्र को जगजाहिर कर दिया है.
सलखान मुर्मू ने बाबूलाल मरांडी को 1 सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अपने दिए गए बयान पर माफी मांगे नहीं तो पांच आदिवासी बहुल राज्य असम, उड़ीसा, बिहार, बंगाल और झारखंड में बाबूलाल मरांडी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा. पहले थाना में FIR दर्ज करवाई जाएगी और जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की जाएगी.