झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार 1 वर्षों का कार्यकाल 29 दिसंबर 2020 को पूरा हो रहा है पिछले वर्ष 29 दिसंबर 2019 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड के 11 वे मुख्यमंत्री के रूप में मोरहाबादी मैदान में शपथ लिए थे सरकार बनने के 2 महीने के बाद मार्च महीने से कोरोनावायरस को रोकने के लिए लगे लॉकडाउन की स्थितियों से निपटने को लेकर कई अहम कदम उठाए गए साथ ही अन्य महत्वपूर्ण कार्य भी सरकार उपलब्धियों के तौर पर गिन आएगी
मंगलवार 29 दिसंबर को राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में मुख्यमंत्री दोपहर 12:30 बजे अपनी सरकार के द्वारा किए गए 1 वर्षों के कार्यकाल के दौरान उपलब्धियां गिनाएंगे वही कई योजनाओं क शिलान्यास और उद्घाटन भी करेंगे 1 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि किसानों के से किए वादे को पूरा करते हुए कर्ज माफी की गई है उसे जनता के सामने रखा जायेगा.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बार-बार यह कहते हैं कि सरकार बनने के बाद हमें बहुत से कार्य करने थे लेकिन विगत मार्च महीने की अंतिम सप्ताह से लगे लॉकडाउन की वजह से कई महत्वपूर्ण चीजों को प्राथमिकता ना देते हुए कोरोनावायरस संक्रमण से निपटने में लग गए और सरकार ने इस मामले पर सफलता भी पाई झारखंड पहला ऐसा राज्य बना जिसने लॉकडाउन के दौरान मजदूरों के लिए ट्रेन चलवाई और लेह लद्दाख जैसे स्थानों से मजदूरो को हवाई जहाज के माध्यम से लाया गया. दीदी किशन के माध्यम से प्रत्येक पंचायत में जरूरतमंदों को इस विकट परिस्थिति में भोजन करवाया गया साथ ही राज्य की पुलिस के भी छवि जनता के सामने आई उन्होंने भी बढ़-चढ़कर लोगों को प्रत्येक थानों में भोजन करवाया राज्य के श्रमिकों को ₹2000 खाते में भेजे गए ताकि वह अपने घर कुशलतापूर्वक पहुंच सके राज्य वापस लौटे श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कई योजनाएं चलाई गई साथ ही मनरेगा की मजदूरी दर को भी बढ़ाने का प्रयास किया गया हालांकि वह उतना नहीं बढ़ सका जितना हम चाहते थे क्योंकि केंद्र सरकार इसे लेकर गंभीर नहीं दिखाई देती है
29 दिसंबर 2020 को अपने 1 साल के कार्यकाल के पूरा होने पर हेमंत सरकार रांची के मोरहाबादी मैदान से कई योजनाओं की शुरुआत करेंगे सरकार के मंत्री राज्य के अलग-अलग जिलों में मौजूद रहेंगे और वहां के स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेंगे साथी अपनी सरकार की उपलब्धियों को भी जनता के सामने गिनवाएंगें