बुधवार 11 नवंबर को झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर आदिवासी समाज की तरफ से लंबे समय से की जा रही मांग का प्रस्ताव विधानसभा से पारित करके केंद्र सरकार को भेज दिया गया है सरना धर्म कोड की मांग आदिवासी समुदायों के द्वारा लंबे समय से की जा रही है परंतु अब तक उनको सफलता हाथ नहीं लगी थी लेकिन राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार जो स्वयं ही एक आदिवासी मुख्यमंत्री हैं उन्होंने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर आदिवासी सरना धर्म कोड का प्रस्ताव पारित करवाया है
प्रस्ताव पारित होने के बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर राष्ट्रीय आदिवासी सरना धर्म रक्षा अभियान के प्रतिनिधि मंडलों ने उनसे मुलाकात कर उन्हें सम्मानित किया है. मुख्यमंत्री को सम्मानित करने के लिए पहुंचे प्रतिनिधियों ने उन्हें शॉल और माला पहनाकर सम्मानित किया साथ ही मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर की आदिवासी वेशभूषा और परंपरा के तहत मुख्यमंत्री आवास के भीतर सीएम हेमंत सोरेन मांदर की थाप पर पारंपरिक नृत्य करते भी दिखाई दिए
सरना धर्म कोड के प्रस्ताव को झारखंड विधानसभा से पारित करके केंद्र सरकार को भेजने के बाद हेमंत सोरेन की चमक आदिवासी समुदाय और बड़ी है साथ ही यह अंदेशा जताया जा रहा है कि पूर्ण आदिवासी समाज गोलबंद होकर मुख्यमंत्री के साथ खड़े हैं. सरना धर्म कोड के प्रस्ताव का समर्थन भाजपा ने भी किया है.