महिला के द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में पुलिस ने सारी बातें सही पाई गई हैं जिसके बाद पुलिस ने अधिवक्ता के खिलाफ कोर्ट से गिरफ्तारी का वारंट लिया इसके आधार पर वीरेंद्र सिंह की गिरफ्तारी की गई. दूसरी तरफ जिला बार एसोसिएशन के सचिव अनिल कुमार तिवारी ने अधिवक्ता डॉ वीरेंद्र की गिरफ्तारी को पूरी तरह से गलत बताया है और पूरे मामले को एक साजिश करार दिया है. अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार सिंह के खिलाफ लगे आरोपों को गलत बताते हुए अधिवक्ताओं ने शनिवार को काम का बहिष्कार किया. बार एसोसिएशन के बैनर तले अधिवक्ताओं ने कहा कि जब तक इस संबंध में डीआईजी स्तर पर कोई फैसला नहीं लिया जाता है तब तक कोर्ट में पेन डाउन स्ट्राइक किया जाएगा.
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