झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगते हुए कहा की मुख्यमंत्री द्वारा 110 ट्रेनों की अनुमति मांगने की बात कही गयी है. जिसमे मुख्यमंत्री रेलवे मंत्री पर आरोप लगा रहे है की भारत सरकार अनुमति नहीं दे रही है बल्कि सच्च तो ये है की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा रेल मंत्री पियूष गोयल से 110 ट्रेनों की मांग की ही नहीं गयी है.
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प्रतुल शाहदेव ने कहा की मुख्यमंत्री बार-बार इस बात को कह रहे है की 110 ट्रेनों की मांग की गयी है जबकि सच्च ये है की सिर्फ 47 ट्रेनों की मांग राज्य सरकार की तरफ से किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा की रेल मंत्री ने साफ़ किया है की राज्य सरकार द्वारा मुंबई और कर्नाटक जैसे राज्यों से ट्रेन चलाने की कोई मांग नहीं की गयी है. एक अकड़ा जारी करते हुए प्रतुल शाहदेव ने कहा की उत्तरप्रदेश ने 450 से ज्यादा, बिहार ने 250 से ज्यादा ट्रेनों की मांग केंद्र सरकार से की है लेकिन झारखण्ड की सरकार ने अब तक मात्र 47 ट्रेनों की मांग की है.
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हिंदपीढ़ी में उपद्रवियों पर कार्रवाई नहीं करके अर्द्ध सैनिक बलों और पुलिस का मनोबल तोड़ रही है ट्विटर सरकार:
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कल रात हिंदपीढ़ी में सुरक्षा बलों पर हुए पथराव की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा की ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य सरकार ने हिन्दपीढ़ी में असामाजिक तत्वों के सामने घुटने टेक दिया है।अर्द्धसैनिक बल और पुलिस के जवान तमाम विषम परिस्थिति में अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।उन पर हमला करने वालों पर राज्य सरकार कार्रवाई नहीं कर के तुष्टीकरण की पराकाष्ठा का परिचय दे रही है। प्रतुल ने कहा कि अगर अर्धसैनिक बलों और पुलिस के जवानों को हिंदपीढ़ी में कानून सम्मत तरीके से भी लॉक डाउन का अनुपालन कराने की छूट मिले तो सिर्फ 1 घंटे में यह संभव हो सकता है। लेकिन इस सरकार की इच्छाशक्ति समाप्त हो चुकी है।
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प्रतुल ने कहा की अगर राज्य सरकार ने दबाव देकर प्रशासन से ऐसा कराया है तो यह सचमुच शर्मनाक घटना है। और इससे पुलिस का मनोबल टूटेगा ।प्रतुल ने कहा यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि जिन लोगों पर एफआईआर है वह जिला प्रशासन के लोगों के साथ बैठकर शांति और अमन की बात कर रहे हैं।प्रतुल ने कहा कि अगर राज्य सरकार इसी तरीके से तुष्टिकरण की नीति के तहत विधि व्यवस्था की समस्या उतपन्न होने देगी तो भाजपा इसका कड़ा विरोध करेगी।राज्य सरकार अविलंब कानून का राज स्थापित करें। सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले लोगों को जेल में डाल दिया जाता है।लेकिन अर्धसैनिक बलों और पुलिस पर हमला करने वाले अभी भी खुले घूम रहे हैं। भाजपा इस दोहरी नीति का कड़ा विरोध करती है
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रातू की इफ्तार पार्टी का जिक्र करते हुए प्रतुल ने कहा सरकर के संरक्षण में लोगो को बढ़ावा दिया जा रहा है. जब प्रशासनिक अधिकारी ही ऐसे मामलो में शामिल हो तो समझ सकते है की सरकार तुष्टिकरण की राजनीती करने में लगी है. इफ्तार पार्टी में जिनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए थी. उनके ऊपर न होकर कमजोर लोगो पर हुई है जबकि BDO और CEO भी इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे. उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इससे सरकार की मंशा क्या है पता चलता है.