Skip to content
[adsforwp id="24637"]

दिल्ली से रेस्क्यू कर झारखण्ड लाईं गईं बच्चियों से मुलाकात कर बोलेCM नहीं चाहता कोई “नौकरानी और दाईं” कहकर बुलाए

shahahmadtnk

झारखंड में अक्सर मानव तस्करी की खबरें सामने आती रही हैं गरीब और असहाय युवती यों को बड़े शहरों के तस्कर बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाते हैं और वहां उनका शोषण करते हैं. मानव तस्करी की शिकार हुई 44 युवतियों को दिल्ली से रेस्क्यू करके झारखंड लाया गया है रेस्क्यू कर लाए गए सभी युवतियों को प्रदेश के मुखिया हेमंत सोरेन के पास मुलाकात के लिए लाया गया जहां उन्होंने रेस्क्यू कर लाई गई युवतियों के लिए घोषणा की है.

दिल्ली से रेस्क्यू कर झारखण्ड लाईं गईं बच्चियों से मुलाकात कर बोलेCM नहीं चाहता कोई "नौकरानी और दाईं" कहकर बुलाए 1
CM meet Rescue Girl

रेस्क्यू करके जिन 44 युवतियों को राज्य वापस लाया गया है उनमें कई युवक यहां 18 वर्ष की आयु को पूरा नहीं करती है उनके लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि जिनकी आयु 18 वर्ष से कम है उन्हें प्रत्येक माह ₹2000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी ताकि वह गुजारा कर पाए साथ यह जिन युवतियों की आयु 18 वर्ष से अधिक है उन्हें सरकार रोजगार उपलब्ध कराएगी मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन युवतियों को रेस्क्यू करके लाया गया है वह बाहरी दुनिया से अनजान है.

दिल्ली से रेस्क्यू कर झारखण्ड लाईं गईं बच्चियों से मुलाकात कर बोलेCM नहीं चाहता कोई "नौकरानी और दाईं" कहकर बुलाए 2

मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवार में जन्म लेना शुरुआत से ही संघर्ष करना सिखाता है गरीब परिवार से होने के कारण ही मानव तस्कर हिना का फायदा उठाते हैं और दूसरे प्रदेशों में ले जाकर नौकरानी और दाई जैसे कार्य करवाते हैं आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं कभी नहीं चाहता कि झारखंड की बच्चियों को कोई नौकरानी और दही के नाम से बुलाएं.