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RIMS Doctor Sirajuddin: कोरोना संक्रमितो की जान बचाते-बचाते खुद ही कोरोना से जान गवा बैठे डॉ सिराजुद्दीन, अपने पीछे परिवार सहित छोड़ गए 3 बच्चे

Arti Agarwal

RIMS Doctor Sirajuddin: डॉक्टर इस महामारी में लोगों की जान बचाने के लिए दिन रात एक कर के जुटे हुए हैं ऐसे में झारखंड के डॉक्टर अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों का इलाज करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. मरीजों का इलाज करने के दौरान डॉ संक्रमित भी हो रहे हैं ऐसा ही कुछ मामला रांची से आया है जहां मरीजों के इलाज करने के दौरान संक्रमित हुए डॉक्टर का कोरोना वायरस से निधन हो गया है.

झारखंड की राजधानी रांची के जूनियर डॉक्टर सिराजुद्दीन की मृत्यु कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण हो गई है जूनियर डॉक्टर सिराजुद्दीन रिम्स के डीटीएमएच के फाइनल वर्ष में थे वे पिछले 10 दिनों से क्रिटिकल अवस्था में इलाज करवा रहे थे रविवार की रात करीब 2:30 बजे इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. मृत्यु की सूचना पर रिम्स के सभी सीनियर और जूनियर डॉक्टरों में शोक की लहर दौड़ पड़ी सभी गमगीन है.

डॉ सिराजुद्दीन मुख्य रूप से गिरिडीह जिले के रहने वाले थे. रिम्स के जूनियर डॉक्टर सिराजुद्दीन के निधन पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने दुख प्रकट किया है बन्ना गुप्ता ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “विपदा काल में राज्य के सभी चिकित्सक अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की मदद कर रहे हैं दुखद समाचार मिला के रिम्स के फाइनल वर्ष के जूनियर डॉक्टर सिराजुद्दीन का निधन हो गया ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को दुख सहने का साहस दे”

दूसरी तरफ जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विकास ने एक पत्र लिखकर मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से यह मांग की है की कोरोना वायरस से जान गंवाने वाले डॉक्टर सिराजुद्दीन के इलाज में खर्च हुई राशि को माफ किया जाए. साथ ही उनके परिवार वालों को आर्थिक मुआवजा दिया जाए जिससे इस दुख की घड़ी में उन्हें साहस मिल सके. डॉक्टर लगातार अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों का इलाज कर रहे हैं ऐसे में कई लोग संक्रमित होने के बाद उनकी मृत्यु हो जा रही है राज्य सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है.