Rupa Tirkey Case: झारखंड के साहिबगंज जिले में तैनात एसआई रूपा तिर्की की संदिग्ध मौत पर झारखंड सरकार के खिलाफ जन विरोधी रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए आदिवासी सेंगेल अभियान द्वारा बोकारो के सेक्टर 9 में धरना दिया गया जहां रूपा तिर्की की मौत को लेकर सीबीआई जांच की मांग की गई.
राजधानी रांची की रहने वाली रूपा तिर्की झारखंड पुलिस में दरोगा के पद पर चयनित हुई थी. प्रशिक्षण के बाद रूपा तिर्की को साहिबगंज थाने का प्रभारी बनाया गया था जिसके कुछ महीनों बाद सरकारी क्वार्टर में संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी. जांच में पुलिस यह दावा कर रही है कि उसकी मौत फांसी लगाने की वजह से हुई है और रूपा तिर्की ने आत्महत्या की है. परंतु रूपा तिर्की के परिवार वालों का कहना है कि रूपा तिर्की ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसकी हत्या हुई है पूरे मामले को लेकर रूपा के परिजनों के द्वारा उसके सहयोगी 2 महिला पुलिसकर्मी सहित एक अन्य व्यक्ति पर मामला दर्ज कराने के लिए पुलिस को एक आवेदन भी लिखा गया है.
आदिवासी सिंगल अभियान के जिला अध्यक्ष सुखदेव मुर्मू ने कहा कि रूपा तिर्की मामले में राज्य की हेमंत सोरेन सरकार रहस्यमई चुप्पी साधे हुए हैं. ऐसा लगता है कि हेमंत सरकार हत्यारे को बचाना चाहती है. वही शहीद सिद्धू मुर्मू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की संदेहास्पद हत्या पर भी हेमंत सरकार ने चुप्पी साध रखी थी. हेमंत सरकार की कार्यप्रणाली से ऐसा लगता है कि जनता की कोई भी चिंता सरकार को नहीं है उन्होंने कहा कि दोनों ही मामलों की जांच सीबीआई से कराने की मांग हम करते हैं. आगे उन्होंने कहा कि सत्ता का घमंड सरकार को महंगा पड़ सकता है. सीबीआई जांच शुरू नहीं करने की कोशिश न्याय को दबाने की मंशा लगती है. आदिवासी समाज दोनों संदिग्ध मौतों पर दुखी है न्याय के लिए संघर्ष आगे भी जारी रहेगा.
बता दें कि रूपा तिर्की मामले को लेकर पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा है कि रूपा तिर्की ने आत्महत्या की है. रूपा को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप में उसके पुरुष मित्र शिवकुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. वही शिव कुमार और रूपा तिर्की के बीच प्रेम प्रसंग का मामला चल रहा था जिस वजह से रूपा ने आत्महत्या की है. शिव कुमार रूपा को ब्लैकमेल कर रहा था जिससे वह बर्दाश्त नहीं कर पाई. यह बातें पुलिस ने अपनी जांच में कहीं है परंतु कई आदिवासी संगठन है जो रूपा की मौत की जांच सीबीआई से कराने की मांग सरकार से कर रहे हैं.