झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र एनडीए गठबंधन को एक बड़ा झटका लगा है, जहां कोडरमा के पूर्व बीजेपी सांसद रीत लाल वर्मा के बेटे प्रणव वर्मा, बीजेपी अनुसूचित जाति के प्रवक्ता दारा हाजरा, और आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता विकास राणा ने सैकड़ों समर्थकों के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने कांके स्थित आवास पर इन नेताओं का स्वागत किया और पार्टी की पट्टी पहनाकर उन्हें झामुमो का हिस्सा बनाया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर कहा कि उनकी सरकार सभी समुदायों के उत्थान के लिए कार्य कर रही है और इस सामूहिक समर्थन से झारखंड को एक नई दिशा मिलेगी। पार्टी में शामिल होने वाले प्रमुख सदस्यों में आनंद सिंह, जितेंद्र कुमार, अजय कुमार, विवेक कुमार राणा, अफ्ताब आलम समेत कई नेता शामिल हैं, जो झामुमो को मजबूती प्रदान करेंगे।
गौरतलब है कि झामुमो में अन्य दलों से नेताओं के शामिल होने का सिलसिला जारी है। हाल ही में जेएलकेएम के गांडेय के प्रत्याशी अकील अख्तर उर्फ रिजवान क्रांतिकारी ने भी नामांकन वापसी से एक दिन पहले झामुमो में शामिल हो गए। इसके साथ ही बीजेपी की वरिष्ठ नेता लुईस मरांडी और गणेश महली जैसे नेताओं ने भी झामुमो का दामन थामा है, जिन्हें क्रमशः जामा और सरायकेला सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।
झारखंड में यह घटनाक्रम बताता है कि एनडीए को चुनाव से पहले कई नेताओं के पार्टी छोड़ने का सामना करना पड़ रहा है, जो झामुमो के लिए एक बड़ी राजनीतिक बढ़त साबित हो सकता है। मुख्यमंत्री सोरेन के नेतृत्व में झामुमो का समर्थन बढ़ता नजर आ रहा है, जो राज्य की राजनीति में नए समीकरण स्थापित कर सकता है।