जिसके बाद नाराज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर संबंधित अधिकारी को आदेश देने का आग्रह किया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने फोन पर भी रक्षा मंत्री से बात की है. सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा “ उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से बीआरओ में काम कर रहे वीर श्रमिकों को हमने खो दिया था मृतकों को झारखंड भेजने हेतु बीआरओ द्वारा अभी तक कार्यवाही नहीं की गई है हालांकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बीआरओ की कार्यप्रणाली पर आक्रोश जताते हुए मदद का आश्वासन दिया है”
मालूम हो कि साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान झारखंड से हजारों की संख्या में श्रमिक बीआरओ के माध्यम से सीमा पर सड़क निर्माण करने के लिए गए थे. इनमें से अधिकांश श्रमिक संथाल परगना प्रमंडल के रहने वाले हैं. इसके अलावा आदिवासी बहुल खूंटी, पश्चिम सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, गुमला, लोहरदगा और लातेहार जिले से भी बड़ी संख्या में श्रमिक काम करने गए हैं.