Sita Soren MLA: झारखंड के गिरिडीह जिला में वन विभाग के द्वारा मधुबन के कोरिया बस्ती में वर्षों से रह रही एक दिव्यांग वृद्ध महिला समेत अन्य दो लोगो के घर को ध्वस्त कर दिया गया. वन विभाग की कार्रवाई के बाद मामला सोशल मीडिया पर तेजी से फैलने लगा.
सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा की जामा विधायक और मुख्यमंत्री की भाभी सीता सोरेन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त गिरिडीह को मामलें में हस्तक्षेप करते हुए समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया. ट्वीट में सीता सोरेन ने विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को भी टैग किया है.
विधायक सीता सोरेन के द्वारा मामले को संज्ञान में लेने के बाद शनिवार को गिरिडीह के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू मधुबन पहुंचे और पीड़िता से मिले जहाँ मौके पर पीड़िता ने रोते हुए अपनी समस्या सुनाई. विधायक ने प्रशासनिक अधिकारियों से मानवीय मूल्यों के आधार पर पीड़ितों की सहायता करने को कहा है. विधायक ने कहा कि प्रशासन का एक मानवीय रूप भी होता है. जंगल बचाने की जरूरत है लेकिन इस तरह की कृत्य को मानवीय मूल्यों के आधार पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है जिन लोगों का घर तोड़ा गया है उनके समक्ष कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो गई है. बर्तन, कपड़े सभी जमींदोज हो गए हैं उन्होंने उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों से उनकी सहायता करने को कहा है.
विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने यह भी कहा कि वन विभाग के द्वारा अपनी जमीन पर अपने दावे को स्थापित करने के लिए जो भी कार्रवाई की गई वह उचित नहीं थी. मानवीय दृष्टिकोण से मामले को देखने की जरूरत थी. वहीं अधिकारियों के अनुसार यह मामला उच्चतम न्यायालय में लंबित है. इस दौरान तीनों पीड़ितों को 15-15 हजार रुपए की आर्थिक मदद पार्टी की तरफ से करने का आश्वासन दिया गया है. मौके पर उपस्थित बीडीओ और सीओ को जल्द ही उन्हें आवास उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.