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मुर्गी में कोरोना वायरस की अफवाह तेज, पोल्ट्री व्यवसाई लागत मूल्य भी नहीं वसूल पा रहा है

Shah Ahmad

कोरोना वायरस के अफवाह के चलते पोल्ट्री व्यवसायियों की दिक्कत बढ़ गई हैं वायरल समेत अन्य कौकरेल मुर्गियों की खपत भी बहुत कम हो गईं हैं सूत्रो की माने तो एक महीना के अंदर उन्हें लाखो रुपये क़ा नुकसान हो गया हैं।

मरकच्चो प्रखंड मे सैकड़ो खुदरा व थोक व्यवसायी हैं जबकि दर्जनो-दर्जन मुर्गी पालक हैं जो मुर्गी बेच कर अपना व अपने परिवार क़ा पालन पोषण करते हैं लेकिन कोरोना वायरस के अफवाह के चलते उनके रोजगार पर संकट क़ा बादल मंडराने लगा हैं

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प्रखंड के मेहतरीया आहरि निवासी मो सद्दाम मो हदीस मोजम्मील आलम ने बताया की मुर्गियों मे कोरोना वायरस की अफवाह के चलते उनका व्यवसाय काफी मंदा हो गया हैं करीब एक महीना पहले जब वायरल मुर्गी में नहीं होने की बात थी तब 120 रुपये प्रति किलो बिकता था लेकिन जब से सोशल मीडिया मे अफवाह फैली हैं की मुर्गी में कोरोना वायरस है तब से इसकी कीमत मे काफी गिरावट आ गईं हैं वर्तमान मे 40 रुपये किलो के हिसाब से बिक रहा हैं इससे मेहनाताना भी निकालना मुश्किल हो गया हैं केन्द्र सरकार के खंडन के बावजूद भी लोगो क़ा डर खत्म नही हो पा रहा हैं मुर्गी मे वायरस की अफवाह के बाद अचानक मछली की डिमांड बढ़ गईं हैं वर्तमान मे बर्फ की मछली 170 रुपये जबकि ताजा मछली 200 रुपये प्रति किलो बिक रहा हैं

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मालूम हो की भारत सरकार के द्वारा मान्यता प्राप्त संस्था FSSAI ने ये कहा है ली पोल्ट्री की मुर्गी में कोरोना वायरस का असर नहीं है और इसके खाने पर कोई रोक नहीं है. लेकिन लोग अपनी सुरक्षा के लिए पोल्ट्री मुर्गी खाने से बच रहे है साथ ही सोशल मीडिया पर भी कई अफवाहों का बाजार गर्म है की पोल्ट्री मुर्गी खाने से कोरोना वायरस होता है.

Report: Md Jawed