झारखंड की राजधानी रांची के ओरमांझी इलाके के साईनाथ विश्वविद्यालय के पीछे बीते 3 जनवरी 2021 को बरामद एक युवती की सिरकटी लाश की शिनाख्त बरियातू के रानी बगान की रहने वाली एक महिला ने की है। महिला की तरफ से सिर कटी लाश पर दावे के अनुसार पूरी जांच डीएनए रिपोर्ट पर निर्भर कर रहा है। डीएनए टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस यह निष्कर्ष पर पहुंच पाएगी की लाश किसकी है।
रानी बागान की रहने वाली महिला के दावे के मुताबिक पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। महिला ने जिस युवक पर संदेह जाहिर किया था उसे पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। लेकिन पुलिस इस पर कुछ भी बोलने से बच रही है। महिला की ओर से सिर कटी लाश पर दावा और आरोप के अनुसार हिरासत में लिए जाने की पूरी जांच डीएनए रिपोर्ट पर निर्भर कर रहा है। डीएनए टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस यह निष्कर्ष पर पहुंच पाएगी की लाश किसकी है।
महिला का दावा है कि युवती उसकी बेटी थी, करीब चार माह पूर्व वह अपने एक युवक के साथ घर से भाग गई थी। तब से वह लापता थी। हालांकि, इस दावे की औपचारिक घोषणा डीएनए की जांच रिपोर्ट और आधार कार्ड के सत्यापन के बाद ही हो सकेगी.
युवती का हुलिया और पहचान चिह्न के आधार पर महिला ने दावा किया है कि वह उसकी बेटी थी। दावा करने वाली महिला के मुताबिक उनकी बेटी के हाथ और पैर में काला धागा, दाहिने बांह पर काला तिल और तलवे में काला तिल है जो मृतका युवती के शरीर से मेल कर रहा है।
युवती की मां (दावे के मुताबिक) ने कहा कि एक बार उनकी बेटी के पैर का अंगूठा जल गया था। युवती के शव का भी एक अंगूठा जला हुआ था। इतने सारे पहचान चिह्न बताने के बाद यह लगभग तय हो गया है कि युवती उस महिला की ही बेटी है। महिला ने युवती का आधार कार्ड भी पुलिस को दिया है, जिसका सत्यापन अभी बाकी है। रिम्स के फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलोजी विभाग ने मृतका के डीएनए प्रोफाइलिग के लिए भी लिखा है।
रांची पुलिस को युवती की सिर कटी लाश मामले में पुलिस को पोस्टमार्टम की रिपोर्ट मिल गई है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के अनुसार युवती की गला काटकर हत्या की गई है। उसके निजी अंग पर प्रहार के सबूत तो नहीं मिले परंतु पूर्व में संबंध बनने के सबूत मिले हैं। उसके साथ दुष्कर्म हुआ है कि नहीं इस बिदु पर मंतव्य राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एसएफएसएल) की रिपोर्ट से होगी। एसएफएसएल में युवती की स्वैब जांच के लिए भेजी गयी है, ताकि दुष्कर्म के बिदु पर रिपोर्ट मिल सके।