झारखण्ड के दो पूर्व मंत्री एनोस एक्का और योगेंद्र साव के बीच मारपीट होने के साथ गली-गलोज भी हुई है. दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ जेल प्रशासन की मदद से खेलगाँव में प्राथमिकता दर्ज करवाने के लिए आवेदन भेजा है.
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रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा (जेल) में दो पूर्व मंत्री भिड़ गए। दोनों में काफी देर तक गाली-गलौज हुई और मारपीट तक की नौबत आ गई। इसे लेकर दोनों पूर्व मंत्रियों ने जेल प्रशासन के माध्यम से रांची के खेलगांव थाने में प्राथमिकी के लिए आवेदन भेजा है। दोनों के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। सूत्रों के अनुसार दोनों मंत्रियों के विवाद में जेल प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। इसके बाद मामला कंट्रोल हुआ था। इस मामले में दोनों ने एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप भी लगाया है। खेलगांव थाने की पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
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आवेदन में दोनों पूर्व मंत्रियों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं। एनोस एक्का ने अपनी शिकायत में लिखा है कि योगेंद्र साव ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उन्हें गाली और धमकी दी, जबकि योगेंद्र साव ने अपने आवेदन में लिखा है कि एनोस एक्का ने उनसे जबरन पैसे मांगे। पैसे देने से इनकार करने पर गाली गलौज की और जान से मारने की धमकी दी।