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कोडरमा, बरकट्ठा और बरही में कौन नेता है करोड़पति?? जानने के लिए देखिए पूरी लिस्ट

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कोडरमा, बरकट्ठा और बरही में कौन नेता है करोड़पति?? जानने के लिए देखिए पूरी लिस्ट 1

तीसरे चरण के चुनाव में 17 सीटों पर 12 दिसंबर को वोट डाले जायेंगे। जबकि 23 दिसंबर को परिणाम की घोषणा होगी।

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कोडरमा में नीरा यादव और अमिताभ चौधरी है सबसे ज्यादा अमीर:

कोडरमा से लेकर रांची तक तीसरे चरण में कई ऐसे प्रत्याशी है जिनके पास सम्पत्ति की कोई कमी नहीं है. रघुवर सरकार में शिक्षा मंत्री और कोडरमा विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार नीरा यादव के पास 3 करोड़ 65 लाख की सम्पत्ति है. जबकि 2014 के विधानसभा चुनाव में नीरा यादव की सम्पत्ति 80 लाख थी. पहली बार चुनाव जीत कर मंत्री बनी नीरा यादव ने 5 साल में 2 करोड़ 85 लाख की सम्पत्ति अर्जित की है. तो वही उनके मुख्य विरोधी माने जा रहे राजद के अमिताभ चौधरी के पास 6 करोड़ की सम्पत्ति है और आजसू की टिकट पर चुनाव लड़ रही भाजपा की बागी नेत्री शालिनी गुप्ता के पास 2 करोड़ की सम्पति है.

बरकट्ठा में खालीद खलील और प्रदीप मेहता है सबसे ज्यादा पैसे वाले:

कोडरमा विधानसभा से सटे हज़ारीबाग़ जिले का बरकट्ठा विधानसभा में भी करोड़पति उम्मीदवार भरे है. पहली बार चुनाव लड़ रहे खालीद खलील के पास 5 करोड़ की सम्पत्ति है. आजसू पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे प्रदीप मेहता के पास 3 करोड़ के साथ दूसरे स्थान पर है. जबकि झाविमो की टिकट पर जीत कर भाजपा में शामिल होने वाले जानकी यादव ने 76 लाख की सम्पत्ति होने का जिक्र किया है. 2014 में जानकी यादव के पास 37 लाख थी.

भाजपा से विधायक रह चुके अमित कुमार यादव को भाजपा ने टिकट नहीं दिया जिसके बाद अमित यादव निर्दलये अपनी क़िस्मत आजमा रहे है. अमित यादव के पास 1 करोड़ 53 लाख की सम्पत्ति है जबकि 2014 के चुनाव में अमित यादव के पास 1 करोड़ 21 लाख की सम्पत्ति थी. झाविमो की टिकट पर लड़ रहे बटेश्वर मेहत के पास भी 1 करोड़ की सम्पत्ति है.

मनोज यादव से सबसे ज्यादा अमीर: 

कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले मनोज कुमार यादव के पास 4 करोड़ की सम्पत्ति है. बरही विधानसभा में मनोज यादव सबसे अमीर उम्मीदवार है. जबकि कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे उमाशंकर अकेला के पास 50 लाख की सम्पत्ति है तो वही 2014 में उनके पास 57 लाख की सम्पत्ति थी. जबकि सीपीआई उम्मीदवार डॉ रामानुज के पास 1 करोड़ की सम्पत्ति है. 2014 के विधानसभा चुनाव में मनोज यादव के पास 2 करोड़ की सम्पत्ति थी. यानी पांच साल के दौरान उनकी सम्पत्ति में 2 करोड़ की बढ़ोतरी हुयी है. झाविमो की टिकट पर चुनाव लड़ रहे अरबिंद यादव के पास 40 लाख की सम्पत्ति है.