झारखंड के कोडरमा में वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक आदेश जारी किया और इस आदेश के बाद ही जिले में बवाल उत्पन्न होने लगा ! स्वास्थ्य अधिकारियों के आदेश अनुसार अगर किसी सरकारी कर्मचारी ने वैक्सीन का टीका नहीं लगवाई या फिर टीका लगवाने से मना कर दिया तो उसकी सैलरी रोक ली जाएगी और जब तक वह वैक्सीन का टीका का नहीं लगाएगा तब तक उसकी सैलरी रोक ली जाएगी!
आशा करते हैं कि 16 जनवरी को प्रधानमंत्री के आदेश अनुसार देश भर में करोड़ों का टीकाकरण का पहला चरण शुरू कर दिया गया होगा! इसका पहला चरण स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन का टीका लगवाना है. हालांकि कोरोना का टीका लगवाना सरकार की तरफ से अब तक अनिवार्य नहीं किया गया है इस मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से साफ कहा गया है कि वैक्सीन लगवाना बिल्कुल स्वैच्छिक है। अगर कोई भी व्यक्ति वैक्सीन का टीका नहीं लगवाना चाह रहा है तो उसे टीका लगवाने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा।