केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में प्रेस की स्वतंत्रता पर इस हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं या फासीवाद कदम अघोषित आपातकाल का संकेत देता है पत्रकार अर्नब गोस्वामी पर हमला करना सत्ता के दुरुपयोग का एक उदाहरण है हम सभी को भारत के लोकतंत्र पर इस हमले के खिलाफ खड़ा होना चाहिए
बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के नेता सुशील कुमार मोदी ने भी अनु गोस्वामी की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा की यह मीडिया की आवाज दबाने की कोशिश की गई है सुशील मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा अर्नब गोस्वामी के गिरफ्तारी मीडिया में राष्ट्रवादी आवाज को दबाने की एक चाल है कांग्रेस की आपातकालीन मानसिकता अभी भी बनी हुई है
मोदी सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अर्णब गोस्वामी के गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा किया स्वतंत्रता हिलने की कोशिश की गई है प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट करते हुए कहा हम महाराष्ट्र में प्रेस स्वतंत्रता पर हमले की निंदा करते हैं या प्रेस के साथ व्यवहार करने का तरीका नहीं है यह हमें उन आपातकालीन दिनों की याद दिलाता है जब प्रेस के साथ इस तरह से व्यवहार किया गया था
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी अरनव की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं स्मृति ईरानी ने भी ट्वीट कर कहा कि स्वतंत्र प्रेस में जो लोग आज अरनव के समर्थन में नहीं खड़े हैं वे फासीवाद के समर्थन में है आप उसे पसंद नहीं कर सकते आप उसे स्वीकार नहीं कर सकते आप उसके अस्तित्व को तो समझ सकते हैं लेकिन अगर आप चुप रहते हैं तो आप दमन का समर्थन करते हैं
अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर एडिटर्स गिल ऑफ इंडिया ने भी अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की निंदा की है उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सीएम यह सुनिश्चित करें की अर्नब गोस्वामी के साथ उचित व्यवहार किया जाए और मीडिया द्वारा महत्वपूर्ण रिपोर्टिंग के खिलाफ राज्य की शक्ति का उपयोग नहीं किया जाए.
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख मीडिया से अरनव की गिरफ्तारी पर कहा कि पत्रकार अर्णव गोस्वामी की गिरफ्तारी महाराष्ट्र पुलिस ने कानून के हिसाब से किया है इसमें सरकार का कोई रोल नहीं है