करौली: तंबाकू-गुटखा, जर्दा का सेवन और धूम्रपान करने वाले युवा पीढ़ी को कैंसर जैसी घातक बीमारी का दर्द दे रही है. जिले में कैंसर के बढ़ते आंकड़े चौंकाने वाले हैं. 10 वर्ष के महज आंकड़ों पर नजर डालें तो इस अवधि के जिले के 900 से अधिक महिला पुरुष इस घातक बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. यह स्थिति चिंताजनक होती जा रही है.
कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अगर समय रहते इस स्थिति के प्रति जागरूकता उत्पन्न नहीं हुई तो भविष्य में यह आखिरी और भी गंभीर हो सकते हैं. पिछले कुछ वर्षों से इन आंकड़ों पर नजर डाले तो तंबाकू का सेवन और रासायनिक पदार्थों के अंधाधुन उपयोग हो रहा है. इस अंधाधुन उपयोग के कारण इस जिले के गांव में तेजी से मुंह ,गले व जबड़े के कैंसर के रोगियों की संख्या बढ़ रही है विश्व कैंसर पर जिलों के आंकड़ों को जिले में कैंसर पीड़ितों की तस्वीर चिंताजनक नजर आई है.
इसलिए सभी महिला एवं पुरुषों से अनुरोध किया जाता है कि जो भी इस रसायन पदार्थों का सेवन करते हैं तो आज से अभी से बंद कर दे अगर नहीं बंद किए तो कैंसर होने की संभावना हो सकती है इसलिए इस रासायनिक पदार्थों का उपयोग ना करके बल्कि स्वच्छ आहार ले इससे हमारे जिंदगी का उज्जवल भविष्य बन सकता है.