आगे वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि बजट का बड़ा हिस्सा इंफ्रास्ट्रक्चर और स्वास्थ्य क्षेत्र को दिया गया है परंतु इसका मतलब यह नहीं है कि बजट में कृषि को जगह नहीं मिली है. नाबार्ड के लिए आवंटन बढ़ाया गया है ताकि किसानों तक ज्यादा से ज्यादा संख्या में फायदा पहुंच सके. हमने पिछले साल जो कुछ देखा उसके चलते स्वास्थ्य क्षेत्र को बजट में बड़ी जगह दी गई है. जिसमें प्रयोगशालाओं की स्थापना, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, ब्लॉक में क्रिटिकल केयर सेंटर की स्थापना, टेस्टिंग लैब शामिल है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि “सरकार लोगों के हाथों में पैसा देने के बारे में भूल गई. मोदी सरकार की योजना भारत की संपत्तियों को अपने पूंजीपति मित्रों को सौंपने की है. राहुल गांधी के अलावा बिहार के नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि “यह बजट देश निर्माण के लिए नहीं बल्कि देश बेचने के लिए लाया गया है. आप जानते हैं कि कई संस्थानों की संपत्तियों को बेचा गया है जितनी संपत्तियां बची है उसे निजी क्षेत्र को देने की तैयारियां चल रही है. आम नागरिकों की कमर तोड़ दी गई है. चंद लोगों का ख्याल इस बजट में रखा गया है.