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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया बजट, विपक्ष ने आम जनता की कमर तोड़ देने वाला बजट बताया

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को केंद्रीय बजट पेश किया केंद्रीय बजट वित्तीय वर्ष 2021-22 में स्वास्थ्य क्षेत्र को विशेष आमंत्रण के साथ ही कुछ नहीं योजनाओं की सौगात भी दी है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण के दौरान कहा की चार्जर और मोबाइल फोन के कुछ पार्ट्स पर छूट वापस लेने से स्मार्टफोन की स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा. जबकि घरेलू इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण तेजी से बढ़ा है. अब हम मोबाइल और चार्जर जैसी वस्तुओं का निर्यात कर रहे हैं.

आगे वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि बजट का बड़ा हिस्सा इंफ्रास्ट्रक्चर और स्वास्थ्य क्षेत्र को दिया गया है परंतु इसका मतलब यह नहीं है कि बजट में कृषि को जगह नहीं मिली है. नाबार्ड के लिए आवंटन बढ़ाया गया है ताकि किसानों तक ज्यादा से ज्यादा संख्या में फायदा पहुंच सके. हमने पिछले साल जो कुछ देखा उसके चलते स्वास्थ्य क्षेत्र को बजट में बड़ी जगह दी गई है. जिसमें प्रयोगशालाओं की स्थापना, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, ब्लॉक में क्रिटिकल केयर सेंटर की स्थापना, टेस्टिंग लैब शामिल है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि “सरकार लोगों के हाथों में पैसा देने के बारे में भूल गई. मोदी सरकार की योजना भारत की संपत्तियों को अपने पूंजीपति मित्रों को सौंपने की है.  राहुल गांधी के अलावा बिहार के नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि “यह बजट देश निर्माण के लिए नहीं बल्कि देश बेचने के लिए लाया गया है. आप जानते हैं कि कई संस्थानों की संपत्तियों को बेचा गया है जितनी संपत्तियां  बची है उसे निजी क्षेत्र को देने की तैयारियां चल रही है. आम नागरिकों की कमर तोड़ दी गई है. चंद लोगों का ख्याल इस बजट में रखा गया है.