एक दिन पूर्व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोड़ शो किया था. योगी आदित्यनाथ ने अपने रोड़ शो के दौरान कहा चुके है कि यदि निकाय चुनाव में भाजपा जीतेगी तो हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर किया जायेगा जिसके बाद सियासत तेज़ हो गयी है. दरअसल, हैदराबाद के सांसद और AIMIM के सदर असदुद्दीन ओवैसी को पछाड़ने के लिए भाजपा पूरी मेहनत करती दिख रही है. इसी का नतीजा है कि देश के गृहमंत्री भी निकाय चुनाव के प्रचार में आ रहे है.
हैदराबाद निकाय चुनाव 2023 में होने वाली तेलांगना विधानसभा चुनाव के पहले का टेस्ट माना जा रहा है. भाजपा निकाय चुनाव जीतकर एआईएमआईएम सहित हैदराबाद को यह संदेश देने की कोशिश में है कि भाजपा अब तेलांगना में तेजी से पैर पसार रही है. यह ओवैसी को पछाड़ने का एक मौका भी है. हैदराबाद निकाय क्षेत्र 4 जिलों में फैला हुआ है. इन 4 जिलों में तेलांगना विधानसभा की 24 विधानसभा सीट और लोकसभा की 5 सीटे आती है. हैदराबाद नगर निकाय देश की सबसे बड़ी निकायों मे से एक है. यहाँ नगर निगम के 150 पार्षद का चुनाव होता है.
नगर निकाय चुनाव के लिए 1 दिसंबर को मतदान होगी जबकि मतगणना 4 दिसंबर को होगा. ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद- उल मुस्लिमिन ( AIMIM) 51 सीटो पर चुनाव लड़ रही है.