पश्चिम बंगाल 2021 के विधानसभा चुनाव के नतीजे में ममता बनर्जी सिंगल मैन आर्मी की तरह चुनावी मैदान में उतरी और ऐतिहासिक जीत भी दर्ज की है. यह बात अलग है कि नंदीग्राम से वह अपनी सीट नहीं बचा पाई लेकिन बुधवार सुबह 10:45 पर गवर्नर जगदीप धनखड़ ने उन्हें शपथ दिलाई है. ममता बनर्जी के शपथ ग्रहण समारोह में दिलीप घोष को आमंत्रित किया गया था परंतु नतीजों के बाद जिस तरह से बंगाल में हिंसा बढ़ी है और बीजेपी के 300 से 400 कार्यकर्ता असम चले गए उससे गवर्नर नाराज बताए जा रहे हैं उन्होंने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की है लेकिन तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि सिर्फ लाइमलाइट में बने रहने के लिए बीजेपी की तरफ से ओछी राजनीति की जा रही है.
बीते 2 मई को चुनावी मतगणना के बाद ममता बनर्जी ने कहा था कि बंगाल की जनता ने खेला कर दिया है यह बंगाल और बंगाल के लोगों की जीत है जिस तरह से राज्य सरकार और एक पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की गई उन्हें जनता ने करारा जवाब दिया है यह नतीजे भले ही किसी एक राज्य का हो लेकिन इसके दूरगामी असर होंगे. हमेशा से हमारा मानना रहा है कि लोगों के दिलों को जीतने की कोशिश करनी चाहिए समाज में नफरत की जगह नहीं है और उसे बंगाल की जनता ने सच साबित कर दिया है.