- नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में हुई CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में अबतक में 20 युवकों की मौत हो चुकी है
- लखनऊ जहां से बवाल शुरू हुआ, मेरठ जहां सबसे ज्यादा लोगों की जान गईं, बिजनौर जहां से मौत पर राजनीति शुरू हुई, जिनमे ज्यादातर लोग बुद्धिजीवी, विद्यार्थी, वकील थे |
अलीम के दिव्यांग भाई सलाउद्दीन का आरोप हैं कि गोली तो पुलिस वालों ने ही मारी है। मेरठ में मारे गए मोहसिन की बहन शाहीन ने बताया कि उनका भाई सामान लेने गया था, लेकिन लौटकर नहीं आया। पति की मौत के बाद से बेसुध है वकील की पत्नी। मेरठ में हुई हिंसा में मारे गए आसिफ की मां के आंसू सूख नहीं रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बिजनौर पहुंचकर हिंसा में मरे लोगों के परिजनों को सांत्वना दी