आधुनिक भारत में सोशल मीडिया की भूमिका अहम हो गयी है भारत की जितनी आबादी है उसमे से सायद ही कोई सोशल मीडिया के पलेटफोर्म से अछूता होगा वरना सभी लोग किसी न किसी तरह से सोशल मीडिया से खुद को जोड़ रहे हैं भारत में सबसे ज्यादा फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सप्प का इस्तेमाल होता है और भारत के सबसे पसंदीदा प्लेटफॉर्म में से एक ट्विटर है लेकिन ट्विटर इंडिया इन दिनों विवादों में उलझ रहा है ट्विटर इंडिया के प्रमुख मनीष माहेश्वरी पर जातीवाद करने का आरोप कई सामाजिक संगठन लगा रहे है
Also Read Legislative

दरअसल ये चर्चा तब से शुरू हुई जब ट्विटर इंडिया ने हंशराज मीणा का अकाउंट ससपेंड कर दिया गया था और लोगो ने उनके अकाउंट को फिर से चालू करवाने के लिए ट्विटर पर #Restore_ihansraj मुहीम चलाया था लेकिन कुछ दिनों पहले एक और सामाजिक कार्यकर्त्ता एंव जानेमाने पत्रकार दिलीप मंडल का अकाउंट को भी ससपेंड कर दिया गया था उसके बाद एक बार फिर उसी तरहा प्रोफेसर रतनलाल का अकाउंट को ब्लॉक कर दिया गया प्रोफेसर रतनलाल ने ट्विटर पर एक पोस्ट लिखा था जिसमे उन्होंने लिखा की दिल्ली में अगर कोई AB+ का ब्लड दे सकते हैं तो प्रोफेसर द्विजेन्द्र नारायण झा से सम्पर्क करे ( मोबाइल नंबर साझा किये थे ) और ट्वीटर इंडिया ने ये कहते हुए उन्हें ब्लॉक किया की आपने नंबर साझा किया है वो हमारे नियम के खिलाफ है जिसके बाद से मनीष माहेश्वरी को ट्विटर इंडिया से बर्खास्त करने की लोग मांग कर रहे है सामाजिक कार्येकर्ताओ का आरोप है की मनीष माहेश्वरी जानबूझ कर दलित और पिछडो की आवाज़ उठाने वालो को टारगेट कर रहे है वो नहीं चाहते की हम यहाँ पर सरकार से सवाल पूछे इसलिए हमारे एकाउंट्स को बंद कर दिया जाता है
कौन है मनीष माहेश्वरी???
वर्तमान में ट्विटर इंडिया के प्रमुख मनीष माहेश्वरी पहले भारत के निजी टीवी चैनल न्यूज़ 18 के डिजिटल विभाग के CEO के पद पर स्थापित थे लेकिन ट्विटर इंडिया से जुड़ने के बाद उन्होंने न्यूज़ 18 के उस पद को त्याग दिया और ट्विटर से जुड़ गए है