Pulwama Attack: पुलवामा अटैक ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था, 4 साल बाद भी उस पर सियासत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. एक बार फिर इस सियासत को हवा दी है जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने. जिन्होंने एक इंटरव्यू में पुलवामा हमले की एक वजह केंद्र सरकार की खामी को बताया है.
दरअसल, सत्यपाल मलिक जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहले यहां के आखिरी राज्यपाल थे. जिस वक्त पुलवामा हमला हुआ, उस वक्त भी वह राज्यपाल के पद पर आसीन थे. एक इंटरव्यू के दौरान सत्यपाल मलिक ने उस वक्त के गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर सवाल खड़े किए तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी जिक्र किया.
सत्यपाल मलिक के इस इंटरव्यू के बाद एक बार फिर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस ने केंद्र सरकार से पुलवामा अटैक को लेकर पांच सवाल किए हैं. वे सवाल हैं-
𝟏. मोदी सरकार ने CRPF जवानों को एयरक्राफ्ट क्यों नहीं दिए?
𝟐. खुफिया इनपुट और जैश की धमकी को अनदेखा क्यों किया?
𝟑. आतंकियों को भारी मात्रा में RDX कैसे मिला? पुलवामा हमले की जांच कहां तक पहुंची?
𝟒. NSA अजीत डोभाल और तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह की क्या जिम्मेदारी तय की गई?
𝟓. पुलवामा हमले के बाद संवैधानिक पद पर बैठे गवर्नर को PM मोदी ने ‘चुप रहने’ की धमकी क्यों दी?
Pulwama Attack को लेकर क्या हैं सत्यपाल मलिक के दावे?
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दावा किया कि सीआरपीएफ ने उनके लोगों को लाने-ले जाने के लिए एयरक्राफ्ट मांगा था, क्योंकि इतना बड़ा काफिला कभी रोड से नहीं जाता. मलिक ने दावा किया कि सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय से पूछा था, लेकिन उन्होंने एयरक्राफ्ट देने से मना कर दिया था. उन्होंने कहा कि अगर मुझसे पूछते तो मैं उनको (सीआरपीएफ) एयरक्राफ्ट देता, कैसे भी देता. सिर्फ पांच एयरक्राफ्ट की जरूरत थी. उनको एयरक्राफ्ट नहीं दिया गया.
सत्यपाल मलिक ने एक और बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा, “पीएम मोदी ने इस हमले के बाद जिम कार्बेट पार्क से जब मुझे कॉल किया तो मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि ये हमारी गलती से हुआ है. इस पर उन्होंने मुझसे कहा कि तुम चुप रहो और किसी से कुछ ना कहो.”
सत्यपाल मालिक ने NSA अजीत डोभाल का भी जिक्र किया
मलिक ने अपने इंटरव्यू में एनएसए अजीत डोभाल का जिक्र भी किया. साथ ही अपने मन की बात बताते हुए दावा कि उन्हें समझ आ गया था कि सरकार पूरा ठींकरा पाकिस्तान पर फोड़ने वाली है ताकि 2019 के लोकसभा चुनाव में फायदा मिल सके. उन्होंने कहा, “अजित डोभाल ने भी मुझसे चुप रहने को कहा. मैं समझ गया था कि मामला पाकिस्तान की ओर जाना है.”
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