ममता बनर्जी की सरकार में परिवहन और सिंचाई मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. शुभेंदु तृणमूल कांग्रेस के एक कद्दावर नेता के रूप में जाने जाते हैं मंत्री पद से इस्तीफा देने के पूर्व उन्होंने हुगली रिवर पुलिस कमिश्नर के चेयरमैन पद से फीफा दिया था.
शुभेंदु अधिकारी चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के द्वारा पार्टी में हस्तक्षेप करने और उनके बिना सहमति से संगठन के भीतर फेरबदल करने को लेकर वे काफी नाराज थे और उनकी यही नाराजगी मंत्री पद से इस्तीफा देने का बड़ा कारण है शुभेंदु को मनाने की कई बार कोशिश की गई इस्तीफा देने से 3 दिन पूर्व तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ संसद सौगत राय ने भी शुभेंदु के साथ बैठक कर उन्हें मनाने की कोशिश की थी लेकिन सखा सफलता हाथ नहीं लगी
शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को पत्र लिखकर मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बताइए साथ ही राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उन्होंने ई-मेल करके अपना इस्तीफा भेज दिया शुभेंदु के इस्तीफा देने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष का बयान आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि यदि शुभेंदु अधिकारी भाजपा में शामिल होते हैं तो उनका स्वागत है वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर चौधरी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कीजा तृणमूल कांग्रेस के लिए संकट का समय है
शुभेंदु अधिकारी के पिता शिशिर अधिकारी और भाई देवेंद्र अधिकारी भी तृणमूल कांग्रेस से सांसद है सिर्फ शुभेंदु ही नहीं बल्कि तृणमूल कांग्रेस के अन्य नेता भी प्रशांत किशोर से काफी नाराज हैं इनमें मुर्शिदाबाद से टीएमसी के विधायक नियामत शेख भी है. निजामत शेख में एक सार्वजनिक मंच से प्रशांत किशोर का विरोध करते हुए कहा था कि यदि तृणमूल कांग्रेस को बंगाल में नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेदारी प्रशांत किशोर की होगी.