प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति नायडू के लिए अमेरिका में 8,400 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एयरक्राफ्ट आज भारत आ रहा है इससे प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की सुरक्षा को और मजबूती मिलेगी. बोइंग 777 एयरक्राफ्ट का पहला विमान अमेरिका ने अक्टूबर महीने की पहली तारिख को भारत को सौंपा था. साथ ही जल्द दूसरा विमान भी देने की बात हुई थी. आज वही दूसरा विमान भारत आ रहा है. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह विमान अमेरिकी राष्ट्रपति के एयरफोर्स-वन के जैसा ही है. जो विमान एक अक्तूबर को भारत आया था उसका नाम एअर इंडिया वन रखा गया है.
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की सुरक्षा की दृष्टि से आ रहा वीवीआईपी विमान आज यानी शनिवार को भारत पहुँचेगा. B-777 एयरक्राफ्ट का दूसरा स्पेशल विमान अमेरिका से भारत के लिए चल चुका है. अब इसी विमान से राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री हवाई यात्रा करेंगे. आज यह स्पेशल वीवीआईपी विमान भारत पहुंच जायेगा.
तकरीबन 8,400 करोड़ रुपये में हुई है वीवीआईपी एयरक्राफ्ट की डील:
विशेष विमान को प्राप्त करने के लिए एअर इंडिया के अधिकारी 2020 में ही अमेरिका पहुंच गये थे. परन्तु उस समय विमान के निर्माण का काम पूरा नहीं हुआ था. काम पूरा होने के बाद अब अक्तूबर में भारत को दोनों विमान मिल गये हैं. दोनों विमान 2018 में कुछ महीनों के लिए एअर इंडिया के वाणिज्यिक दस्ते का हिस्सा थे, जिन्हें फिर वीवीआईपी यात्रा के लिए इसे विशेष रूप से पुनर्निमित करने के लिए बोइंग भेज दिया गया. दोनों विमानों की खरीद और इनके पुनर्निर्माण की कुल लागत लगभग 8,400 करोड़ रुपये आंकी गई है.
आज भारत पहुँच रहे विमान की रफ्तार 900 किलोमीटर प्रति घंटे है. इसमें एयरक्राफ्ट में खास बात यह है कि इसमें उड़ान के दौरान हवा में ईंधन भरा जा सकता है. टैंक फूल करने के बाद यह विमान भारत से अमेरिका तक की दूरी तय कर सकता है. साथ ही इसके आगे ऐसे जैमर लगे हैं जो दुश्मन के शक्तिशाली राडार को भी निष्क्रिय कर सकते हैं. वीवीआईपी की यात्रा के दौरान, दोनों बी-777 विमानों को एअर इंडिया के पायलट नहीं, बल्कि भारतीय वायु सेना के पायलट उड़ाएंगे. वर्तमान में प्रधानमंत्री, राष्टपति और उपराष्ट्रपति एयर इंडिया के बप B-747 विमानों से यात्रा करते हैं.