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Virat Kohli: दर्द की राहों पर चलकर किंग बनने तक की यात्रा! द किंग…द चेज मास्टर…द रन मशीन…! द ग्रेटेस्ट एवर।

आज किंग कोहली का 34वां जन्मदिन है। जन्मदिन के अवसर पर आपके लिए विराट के क्रिकेट करियर की शुरुआत से लेकर अब तक का सफर लाया है। इसमें उमंग भी है और आंसुओं का सैलाब भी..! दर्द की राहों पर चलकर किंग बनने तक की यात्रा...! द किंग...द चेज मास्टर...द रन मशीन...! द ग्रेटेस्ट एवर।
zabazshoaib

Virat Kohli: विराट कोहली( Happy Birthday Virat Kohli) का जन्म 5 नवंबर 1988 को नई दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम प्रेम कोहली था जबकि उनकी मां का नाम सरोज कोहली। विराट के पिता एक क्रिमिनल लॉयर थे। विराट की परवरिश दिल्ली के उत्तम नगर में हुई है। 9 साल की उम्र में विराट ने वेस्ट दिल्ली क्रिकेट एकेडमी जाना शुरू किया। कोहली उस एकेडमी के पहले बैच का हिस्सा थे। उन्होंने कोच राजकुमार शर्मा से वहां ट्रेनिंग लेनी शुरू की। 9वीं क्लास में क्रिकेट पर फोकस करने के लिए विराट पश्चिम विहार शिफ्ट हो गए। विराट कोहली ने साल 2002 में दिल्ली अंडर 15 टीम के लिए अपना पहला मैच पोली उमरीगर ट्रॉफी में खेला था। वहीं उन्हें शानदार प्रदर्शन के कारण 2003-04 के सीजन में टीम का कप्तान बना दिया गया था।

इसके बाद 2004 में कोहली(Virat Kohli) दिल्ली की अंडर 17 टीम में विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए चुन लिए गए। दिल्ली की अंडर 17 टीम ने 2004-05 में विजय मर्चेंट ट्रॉफी जीती थी, जिसमें विराट कोहली ने 7 मैचों में 757 रन जड़कर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी होने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। उनके बल्ले से 2 शतक भी देखने को मिले थे। वहीं कोहली ने 2006 में अपना लिस्ट ए करियर का डेब्यू सर्विसेस के खिलाफ किया था। जबकि उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ दिल्ली के लिए खेलते हुए अपने फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत की थी।

18 दिसम्बर, 2006 को विराट कोहली (Virat Kohli) के पिता की मृत्यु ब्रेन स्ट्रोक से हो गई। विराट का अगले दिन कर्नाटक के खिलाफ मैच था। रणजी मुकाबले की पहली पारी में कर्नाटक ने बड़ी बढ़त हासिल कर ली थी और फॉलोऑन बचाने के लिए विराट 40 रन बनाकर मैदान पर डटे हुए थे। दिल्ली की टीम ने केवल 103 रन के स्कोर पर 5 विकेट गंवा दिए थे। ऐसे में अपने पिता के देहांत की अगली सुबह विराट मैदान में बल्लेबाजी करने के लिए उतरे और उन्होंने 90 रनों की शानदार पारी खेली। परिणाम रहा कि दिल्ली की टीम फॉलोऑन बचाने में सफल रही। वह आउट होने के बाद सीधा अपने पिता के अंतिम संस्कार में गए थे। विराट जानते थे कि पिता उन्हें हर हाल में क्रिकेटर बनते हुए देखना चाहते थे और इसलिए जिंदगी के सबसे मुश्किल वक्त में भी विराट ने टीम के प्रति अपनी जिम्मेदारी पूरी की। इस घटना के बाद चारों तरफ सिर्फ विराट के नाम की गूंज थी। हर कोई टीम के प्रति उनकी डेडिकेशन देखकर हैरान था।

जुलाई 2006 में विराट कोहली(Virat Kohli) ने अंडर-19 क्रिकेट में इंडिया के लिए डेब्यू कर लिया था। धमाकेदार प्रदर्शन को देखते हुए 2008 में अंडर-19 विश्वकप के लिए विराट कोहली को टीम का कप्तान बना दिया गया। विराट ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को अंडर 19 विश्वकप का खिताब भी जितवाया। इसके बाद उन्हें आईपीएल 2008 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने अपने साथ जोड़ लिया। इसके बाद 2008 में ही 19 वर्षीय विराट कोहली ने भारतीय टीम के लिए अपना डेब्यू मैच वनडे फॉर्मेट में खेला।

विराट कोहली (Virat Kohli) 2011 की वर्ल्डकप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा थे। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में 282 रन बनाए थे, जिसमें एक शतक भी शामिल था। वहीं उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ विश्वकप के फाइनल में 35 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी। वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर के जल्दी आउट होने के बाद टीम इंडिया काफी मुश्किलों में थी। लेकिन विराट ने गौतम गंभीर के साथ मिलकर 83 रनों की एक अहम साझेदारी की, जिससे मैच का पूरा रुख पलट गया। इस पारी के बाद विराट कोहली का नाम पूरे विश्व में गूंजने लगा था।

आपको बता दें कि विराट कोहली(Virat Kohli) ने साल 2016 के आईपीएल में अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से सबका दिल जीत लिया था। उन्होंने एक ही आईपीएल सीजन में लगभग 1000 रन जड़ डाले थे विराट ने उस सीजन खेले 16 मुकाबलों में 81.08 की अविश्वनसीय औसत से बल्लेबाजी करते हुए 973 रन जड़े थे। जिसमें उनके बल्ले से 4 शतक और 7 अर्धशतक भी देखने को मिले थे। उनका स्ट्राइक रेट आईपीएल 2016 में 152.03 का था। एक आईपीएल सीजन में आज तक किसी ने इतने रन नहीं बनाए और ना ही इतने शतक जड़े हैं।

विराट कोहली (Virat Kohli) के करियर में दो ऐसे फेज आए हैं, जिसमें वह रन बनाने के लिए पिच पर तरसे हैं। पर दोनों ही बार वापसी धमाकेदार रही है। इसलिए कई बार विराट को लोग कमबैक किंग भी बुलाते हैं। सबसे पहले 2014 में विराट कोहली T-20 विश्वकप के बाद एक दम से आउट ऑफ फॉर्म हो गए थे। उनका बल्ला पूरी तरह से खामोश हो गया था। 2014 का इंग्लैंड दौरा उनके लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों में 13.50 की साधारण सी औसत से बल्लेबाजी करते हुए 10 पारियों में सिर्फ 127 रन बनाए थे। इस दौरे के बाद विराट ने अपनी तकनीक पर काम किया और दिसंबर 2014 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर कोहराम मचा दिया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस टेस्ट सीरीज में 692 रन जड़ डाले।

इसके अलावा 2019 में विराट कोहली (Virat Kohli) के करियर का दूसरा ऐसा फेज आया, जिसमें वह रन बनाने के लिए संघर्ष करते हुए नजर आए। विराट ने तकरीबन 3 साल तक एक भी शतक नहीं जड़ा। हालांकि इस दौरान भी वह टीम इंडिया की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। साल 2022 के सितंबर तक विराट का फॉर्म पहले की तरह नहीं था। पर एशिया कप 2022 में अफगानिस्तान के खिलाफ उन्होंने अपने करियर का 71वां शतक जड़ सनसनी मचा दी और वहीं से वह दोबारा अपने पुराने वाले रूप में आ गए।

विराट कोहली ( Virat Kohli) ने भारत के लिए 50 T-20, 95 वनडे और 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है।जिसमें भारत ने T-20 में 30, ODI में 65 और टेस्ट में 40 मुकाबले जीते हैं। वहीं बतौर कप्तान कोहली का विनिंग पर्सेंटेज T-20 में 64.58% , टेस्ट में 58.82% और वनडे में 70.43 % है। विन परसेंटेज के मामले में विराट कोहली टीम इंडिया के सफलतम कप्तान हैं।

जितने भी बल्लेबाज दुनिया भर में मौजूदा दौर में क्रिकेट खेल रहे हैं, किसी ने भी विराट से ज्यादा अवार्ड नहीं जीते। यकीन नहीं आता है तो गूगल कर लीजिए। फिलहाल विराट कोहली के द्वारा जीते गए तमाम अवार्ड्स की सूची नीचे दे रहा हूं।

1) सर गैरफील्ड सोबर्स ट्रॉफी (आईसीसी मेंस क्रिकेटर ऑफ़ द डिकेड) 2011-2020
2) सर गैरफील्ड सोबर्स ट्रॉफी (आईसीसी क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर ) 2017, 2018
3) आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ़ द ईयर -2018
4) ODI प्लेयर ऑफ़ द ईयर- 2012, 2017 और 2018
5) विसडेन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर- 2016, 2017 और 2018
6) अर्जुन अवॉर्ड- 2013
7) पद्मश्री अवॉर्ड- 2017
8) राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड- 2018

T-20 वर्ल्ड कप,2022 में पाकिस्तान के खिलाफ 53 गेंदों पर खेली गई 82* रनों की पारी ने विरोधियों को भी यह कहने पर मजबूर कर दिया है कि बात एकदम साफ है, किंग कोहली आज भी क्रिकेट में सबका बाप है। जहां पर तमाम दिग्गज बल्लेबाज हथियार डाल देते हैं, वहां से टीम इंडिया को मुकाबला जिताता है। इसलिए तो विराट ‘किंग कोहली’ कहलाता है।

करोड़ों चाहने वालों की उम्मीदों का आसमान है
विराट कोहली हिंदुस्तान की सबसे बड़ी शान है ❤️

Happy Birthday Virat Kohli