देश की आजादी के 50 साल पूरे होने के जश्न में शामिल होने के लिए पीएम मोदी बांग्लादेश का दौरा कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि एक धार्मिक समूह हिफाज़त-ए-इस्लाम के सदस्यों के चार शवों को चटगाँव मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था, जो एक ग्रामीण शहर हैथज़ारी में हिंसा भड़कने के बाद उन्हें लाया गया था. अस्पताल में शव को लेकर पुलिस निरीक्षक अलाउद्दीन तालुकर ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, “हमें यहां चार शव मिले हैं। वे सभी गोलियों से मारे गए हैं। उनमें से तीन मदरसे के छात्र और एक अन्य दर्जी हैं।” लेकिन पुलिस ने यह नहीं बताया कि प्रदर्शनों में किसने गोलियां चलाईं।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि चटगांव बंदरगाह शहर में दर्जनों प्रदर्शनकारी घायल हो गए, जबकि 50 अन्य घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों का कहना की मोदी की पार्टी एक हिंदू-राष्ट्रवादी पार्टी है और वे धार्मिक धुर्विकरण करती है. उनके शासन में विशेष कर अल्पसंख्यको, जिनमे मुस्लमान प्रमुख है उनके साथ भेदभाव किया जाता है.
प्रधानमंत्री मोदी बांग्लादेश के दो दिवसीय दौरे पर है. उनका यह दौरा पिछले वर्ष आये कोरोना संक्रमण के बाद पहला दौरा है.बांग्लादेश पहुँचने पर प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मोदी का स्वागत किया। प्रदर्शन करने वाले शुक्रवार के दोपहर तक वहां जमा हो गए थे. स्थानीय मीडिया के अनुसार प्रदर्शन कर रहे लोगो ने मोदी के काफिले को जुटे दिखा रहे थे जबकि दूसरा गुट उन्हें रोकने का प्रयास कर रहा था. जिसके बाद हिंसक झड़प शुरू हो गई. मोदी का यह दौरा बंगला चुनाव को अपने पक्ष में करने के लिए सबसे बड़ा दाव के रूप में देखा जा रहा है खासकर उन इलाको में जो बांग्लादेश की सीमओं से लगे हुए है.