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Jharkhand : अधिवक्ता राजीव का पीआईएल खेल हो रहा बेनकाब, क्यों ऐसा कहा जा रहा है? जानिए पूरी बात

Bharti Warish

Jharkhand : कुछ दिनों पूर्व एक न्यूज़ स्टूडियो में झारखण्ड उच्च न्यायालय के नामी अधिवक्ता राजीव कुमार का इंटरव्यू देखने को मिला, जिसमें वे कह रहे थे. डर तो लगता है..दो तीन वाक्या ऐसा हुआ कि लगा मारे जायेंगे. लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया डर किससे और क्यों लगता है. क्या पीआईएल में नामित व्यक्तियों से डर लगता था या फिर किसी कृत्य के उजागर होने से. खैर, झारखण्ड उच्च न्यायालय के नामी अधिवक्ता राजीव कुमार इन दिनों सुर्खियां बटोरते हुए कोलकाता पुलिस की गिरफ्त में हैं. उन्हें एंटी राउडी स्कावयड बंगाल ने कोलकाता के एक मॉल से 50 लाख रूपये के साथ हिरासत में लिया. झारखण्ड में इन्हें पीआईएल एक्सपर्ट के नाम से भी जाना जाता है.

जिन्होंने 800 से अधिक पीआईएल दायर किया है. राजीव कुमार पर आरोप है कि वे कोलकाता के एक व्यवसायी से पीआईएल वापस लेने के नाम पर एक करोड़ रूपये की मांग की थी. पहली क़िस्त के तौर पर व्यवसायी द्वारा 50 लाख रूपये राजीव कुमार को दिए जा रहे थे. इसी क्रम में उनकी गिरफ्तारी हुई. फिलहाल बंगाल पुलिस मामले की अग्रेतर जांच कर रही है. वहीं दूसरी ओर, अधिवक्ताओं ने राजीव कुमार की गिरफ्तारी का पुरजोर विरोध करते हुए न्यायिक कार्यों से खुद को दूर रखा. मगर जैसे ही राजीव का पैसे के संभावित लेनदेन का एक ऑडियो वायरल हुआ,अधिवक्ताओं ने राजीव से दूरी बना ली.
जानकारी के अनुसार, बंगाल पुलिस द्वारा राजीव कुमार की सम्पति को भी जांच की जा रही है. उनके भाई के राइस मिल में भी छापेमारी हुई है. इस रेड में पुलिस को क्या कुछ प्राप्त हुआ है इसका अधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं किया गया है. सूत्रों की माने तो इस रेड में करीब 6 करोड़ से अधिक की चल अचल सम्पति का पता चला है.


इस घटना के बाद यह तो तय है कि भयादोहन कर पैसे का खेल करने वालों पर अंकुश लगना बहुत जरूरी है. साथ ही, पीआईएल को पैसे का उद्योग बनाने वाले लोगों में पकड़े जाने का डर रहेगा क्योंकि कई बार लोग गलत नहीं होते हुए भी सामाजिक बदनामी के डर से समझौता करना मुनासिब समझते हैं, जिसके एवज में उन्हें ना चाहते हुए भी भारी रकम चुकानी पड़ती है. पैसे लेकर पीआईएल वापस लेने की बात कई बार सामने आई है. हालांकि इसका खुलासा इस घटना से पूर्व नहीं हुआ था.


फ़िलहाल जो दिख रहा है उससे राजीव कुमार की मुश्किलें कम नहीं होंगी. बंगाल पुलिस द्वारा उन्हें छह दिनों के रिमांड पर लिया गया है. रिमांड की अवधि में राजीव और किन बातों का खुलासा करते हैं, ये आने वाला समय बताएगा. पैसों के इस खेल में कई अन्य भी रंग बदलते सामने आयेंगे.