Koderma: दो तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिस के कारण शुक्रवार की रात खाना खाकर माँ और दो छोटे बच्चे एक दो साल का व एक पांच माह का बेटा सोने गए थे।सोने के कुछ देर बाद मिट्टी का मकान भरभरा कर गिर गया जिसमें चौकी पर सो रहे युक्त तीनो लोगो के ऊपर खपरैल मकान गिर गया। हल्ला होने पर ग्रामीणों के द्वारा तीनों को घर से बाहर निकाला।यह कहावत पूरी तरह चरितार्थ हो रही है कि जाके राखै साईंया मार सकै न कोई, बाल न बांका कर सकै जो जग बैरी होई। जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात मरकच्चो कोटवार मुहल्ला निवासी संदीप सोनी की पत्नी मुन्नी कुमारी अपने दो छोटे-छोटे बच्चे के साथ खाना खाकर सोने गयी थी।इसी दौरान मिट्टी का मकान भारी बारिश के कारण भरभरा कर गिर गया। ग्रामीणों ने उनलोगों को किसी तरह निकाला लेकिन समान वगैरह सब मलबे के अंदर दबा हुआ है। हालांकि किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई है।
वहीं सूत्रों के अनुसार प्रखण्ड में भारी बारिश के कारण कई कच्चा मकान गिरने के कगार पर है। बारिस के कारण बगल में ही उसी आंगन में फुलवा देवी का कच्चा मकान, भगवती डीह निवासी बिनोद गिरी का कच्चा मकान, दरगाह मुहल्ला निवासी शेख सलीम, शेख कयूम, विनय पोद्धार, का कच्चा मकान गिर गया है।