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आदिवासी संगठनों का निर्णय, सरना स्थल से मिट्टी उठाने वाले भाजपा नेताओ का सामाजिक बहिष्कार

News Desk

धार्मिक रूप से देश का सबसे बड़ा विवादित मुद्दा बना रहा राम मंदिर और बाबरी मस्जिद निर्माण का विवाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद खत्म हो गया. सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार विवादित भूमि पर राम मंदिर का निर्माण होगा। और बाबरी मस्जिद के लिए अलग से कही जमींन दी जाएगी। 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भूमि पूजन में शामिल होंगे।

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सरना स्थल से राम मंदिर का क्या है कनेक्शन:

राम मंदिर निर्माण के लिए आदिवासी समाज के सबसे पवित्र धार्मिक स्थल सरना से मिट्टी उठाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. आदिवासी संगठनो ने इसका कड़ा विरोध किया है. आदिवासी संगठनो का कहना है की हम हिन्दू नहीं है फिर क्यों हमारे धार्मिक स्थलों से मंदिर निर्माण के लिए मिट्टी उठाकर ले गए. दरअसल, आदिवासी राजनीती को साधने के लिए बीजेपी ने सरना स्थलों से अयोध्या में निर्माण होने वाली राम मंदिर के लिए मिट्टी मंगवाया था. ताकि आदिवासी का सहानभूति प्राप्त कर सके लेकिन उनका दाव उनपर ही भरी पड़ता दिख रहा है.

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आदिवासी संगठनो का निर्णय भाजपा नेता का बहिष्कार:

रांची के विभिन्न आदिवासी संगठनों की हुई पंचायत में बुधवार को निर्णय लिया गया की रांची की मेयर आशा लकड़ा, प्रदेश भाजपा महिला अध्यक्ष आरती कुजूर, पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, गंगोत्री कुजूर का सामाजिक बहिष्कार किया गया है. आदिवासी संगठनो का कहना है की यदि वे किसी पार्टी से चुनाव लड़ते हैं तो समाज का कोई भी व्यक्ति उन्हें वोट नहीं देगा। इनका समाज से हुक्का-पानी बंद किया जाएगा। इन सभी लोगों के परिवार से किसी तरह का संबंध रखना शादी-विवाह, जीवन-मरण इन कार्यों में समाज के लोगों को शामिल नहीं होंगे।

आदिवासी समाज का कहना है कि सरना स्थल से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए मिट्टी उठान कर विहिप व अन्य नेताओं ने सरना धर्म विरोधी काम किया है। बैठक में इनके एवं विहिप के कृत्य को सरना धर्म के खिलाफ बताया गया।

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आदिवासी पंचायत में ये संगठन रहे मौजूद:

झारखंड आदिवासी संयुक्त मोर्चा, केंद्रीय सरना समिति, आदिवासी सेना, जय आदिवासी केंद्रीय परिषद, आदिवासी छात्र संघ आदिवासी लोहरा समाज, भारत मुंडा समाज आदिवासी छात्र मोर्चा भूमिज मुंडा समाज जमशेदपुर, आदिवासी सरना समिति, तेतर टोली सरना समिति झारखंड क्षेत्रीय पाड़हा मोरहाबादी सरना समिति, आदिवासी संघर्ष मोर्चा, राजी पड़हा प्रार्थना सभा, आदिवासी जन परिषद सहित अन्य भी शामिल हुए.

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आरएसएस और विहिप का विरोध दिवस:

आदिवासी संगठनो ने निर्णय लिया है विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर राम मंदिर निर्माण के लिए सरना स्थलों से मिट्टी ले जाने को लेकर विरोध दर्ज किया जायेगा। आदिवासी संगठन 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर आरएसएस और विहिप का विरोध दिवस के रूप में मनाएगा।