बिहार विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद एक बार फिर नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री चुने गए हैं नीतीश कुमार ने बीते दिनों मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं उनके साथ कैबिनेट के मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण कर चुके हैं लेकिन विधायकों का शपथ ग्रहण नहीं हो पाया था ऐसे में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर और प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी को नियुक्त करके विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जा रही है
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बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र 23 नवंबर से लेकर 27 नवंबर तक बुलाया गया है जिसमें पहले 2 दिन विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से चुनकर आए विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी वही 26 नवंबर को राज्यपाल फागू चौहान विधान सभा और विधान परिषद के सदस्यों को संबोधित करेंगे.
विधानसभा के पहले दिन जब शपथ ग्रहण चल रहा था इस बीच एम आई एम के विधायक अख्तरुल इमान ने शपथ ग्रहण के दौरान हिंदुस्तान शब्द पर आपत्ति जताते हुए भारत शब्द के साथ अख्तरुल इमान ने शपथ ली वही इन सब के बीच कांग्रेस के कदमा से विधायक शकील अहमद ने सदन के भीतर शपथ ग्रहण संस्कृत भाषा में ली एक मुस्लिम विधायक होने के कारण शकील अहमद का संस्कृत में शपथ लेना सबको चौका गया.
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शपथ लेने के बाद शकील अहमद जब बाहर निकले तो उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत विविधताओं का देश है और यहां सभी भाषा बोली जाती है और हम सब की संस्कृति एक समान हैं जबकि संस्कृत भी भारत की भाषा है और मैंने इसलिए संस्कृत में शपथ ली वही एम आई एम के विधायक अख्तरुल इमान के द्वारा हिंदुस्तान शब्द पर जताई गई आपत्ति को लेकर कांग्रेस के विधायक ने कहा कि जिस प्रकार से वे सदन के भीतर आपत्ति जता रहे थे वह बेहद ही गलत था इससे पूर्व भी राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर जीत का अख्तरुल इमान विधानसभा पहुंच चुके हैं उस समय भी उन्होंने शपथ ली थी लेकिन उस समय उन्होंने हिंदुस्तान शब्द पर आपत्ति नहीं जताई थी फिर वह ऐसा क्यों कर रहे हैं पहला शपथ ग्रहण उन्हें याद करना चाहिए