उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में कुरान पाक की कुछ आयतों को हटाने से संबंधित पीआईएल किए जाने की घोर निंदा की गई है. हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार बाबा दरगाह परिसर में एदार ए सरिया के तत्वधान में शहर के उलेमा, बुद्धिजीवी और विभिन्न संगठन के प्रतिनिधियों की बैठक शनिवार को हुई. जिसमें रिजवी के द्वारा उठाए गए मुद्दे की घोर निंदा की गई.
बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि कुराने पाक के तीसों पारे और हर एक आयत अल्लाह का कलाम है. इसे कोई बदल नहीं सकता. मुसलमान कुरान पाक और सहाबा की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं कर सकती है. वसीम रिजवी ने सहाबा ए कराम के खिलाफ और कुराने पाक के खिलाफ आवाज उठाकर पूरी दुनिया के करोड़ों और देश के 20 करोड़ से अधिक मुसलमानों की आस्था को ठेस पहुंचाई है. इस हरकत से देश की गंगा जमुनी तहजीब को ठेस पहुंच रही है.
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आगे लोगों ने कहा वसीम रिजवी देश के लिए खतरनाक और देश का गद्दार है. पूरे विश्व के शिया समुदाय ने मुफ्सिद और मुशरिक करार दिया है. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि वसीम रिजवी को फांसी की सजा दी जानी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट से मांग की गई कि पीआईएल को रद्द कर उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही करें. साथ ही झारखंड हाई कोर्ट में एदार ए शरिया झारखंड के द्वारा वसीम रिजवी के खिलाफ पीआईएल दर्ज होगा.