Jac board: भारत में कोरोना संक्रमण का दूसरा लहर शुरू हो गया है भारत बीते 1 साल से कोरोना से लड़ाई लड़ रहा है इस बीच विद्यार्थियों का पठन-पाठन बुरी तरह से प्रभावित रहा है. सरकारों के द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई को तवज्जो देते हुए विद्यार्थियों की कोर्स को पूरा करने का प्रयास किया गया है.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों के साथ बैठक करने के बाद शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने इस बात की घोषणा की है कि कोरोना वायरस संक्रमण का तेजी से बढ़ने के कारण सीबीएसई की 10वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है जबकि 12वीं की परीक्षा को टाल दिया गया है.
सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा टलने के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि अब झारखंड अधिविध परिषद की मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं पर निर्णय का इंतजार सभी को है. विद्यार्थी सहित परिजन भी इस ओर नजरें टिकाए हुए हैं कि राज्य सरकार परीक्षा आयोजित करती है या फिर कोई अन्य विकल्प के जरिए विद्यार्थियों की परीक्षा आयोजित कर उन्हें अगली कक्षा में भेजती है.
झारखंड के शिक्षा सचिव राजेश शर्मा ने कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ बैठक करके परीक्षा पर निर्णय लिया जाएगा उन्होंने कहा कि परीक्षा को लेकर कई विकल्पों पर विचार किया जा रहा है हम इसे टटोल रहे हैं इस पर शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा. वही के अध्यक्ष डॉ अरविंद प्रसाद सिंह ने कहा कि परीक्षा आयोजन पर सरकार के निर्णय का इंतजार है. मालूम हो कि इस वर्ष 7.34 लाख विद्यार्थियों को परीक्षा में शामिल होना है. जैक की मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 7.34 लाख परीक्षार्थियों को शामिल होना है. जिसमें मैट्रिक के 4.03 लाख परीक्षार्थी है वही इंटरमीडिएट के 3.31 लाख परीक्षार्थी हैं.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मैट्रिक और इंटरमीडिएट की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए 6 से 25 अप्रैल तक की तिथि निर्धारित कर दी थी अभी स्कूलों में प्रैक्टिकल चल रही है. जैक ने फरवरी में ही मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा 9 मार्च से ही आयोजित करने का निर्णय लिया था लेकिन तिथि की घोषणा के साथ ही बहस शुरू हो गई थी इसलिए बस पूरा नहीं हुआ है तो परीक्षा कैसे होगी जिसके बाद से परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाते हुए मई में कर दी गई थी.