jharkhand mob lynching case: झारखंड की राजधानी रांची में बीते महीने हुए सचिन वर्मा की मॉब लिंचिंग का मामला अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पास पहुंच गया है इस मामले को लेकर आयोग ने रांची के डीसी और एसएसपी को एक पत्र भेजकर 14 अलग-अलग बिंदुओं पर 2 महीने के भीतर रिपोर्ट जमा करने को कहा है.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के लॉ डिवीजन की तरफ से मांगे गए रिपोर्ट में सचिन वर्मा की मौत की असली वजह सचिन की कब और कहां से गिरफ्तारी की गई साथ ही उसकी गिरफ्तारी के कारण का स्पष्ट जवाब मांगा गया है. इसके अलावा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किस प्रकार की इंजरी पाई गई और उसकी गिरफ्तारी की परिजनों को जानकारी थी या नहीं सहित कई सवाल पूछे गए हैं.
बता दे की 8 मार्च की रात को रांची के अप्पर बाजार के स्थानीय मोटिया मजदूर ने 22 साल के सचिन कुमार वर्मा की बेदर्दी से पिटाई की थी उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था इतना ही नहीं उसके पूरे शरीर में गर्म लोहे की रॉड से भी दागा गया था पुलिस ने उसे भीड़ से बचाकर कोतवाली थाना लाई थी जहां 9 मार्च को उसकी मौत हो गई थी. सचिन नवाटोली भुतहा तालाब के पास का रहने वाला था. इस मामले में 40 लोगो पर परिवार के दबाव में मुकदमा दर्ज किया गया था.