Hardiya Dam Masjid: बिहार के नवादा (Bihar Nawada)जिले में सुखाड़ के कारण नदियों तालाबों और डैम का जलस्तर काफी कम हो गया है। अमूमन जल स्तर का कम होना सुखाड़ का प्रमुख कारण होता है। परंतु नवादा जिले के रजौली प्रखंड स्थित फुलवरिया डैम में जलस्तर कम होने से एक अनोखा नजारा सामने आया है।(A mosque emerges from underwater) जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
दरअसल नवादा जिले के फुलवरिया डैम में दशकों पहले एक मस्जिद जलमग्न हो गई थी जो सुखाड़ के कारण अब पूरी तरह से पानी के ऊपर आ चुकी है स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक यह नूरी मस्जिद के नाम से प्रसिद्ध है और डैम के बढ़े हुए जलस्तर के कारण या डूब गया था परंतु अब या ऊपर आ चुका है। और लोगों के बीच इसे लेकर चर्चाएं तेज हैं पहले केवल मस्जिद का गुंबद ही पानी के ऊपर थोड़ा-थोड़ा दिखाई देता था अब पूरी मस्जिद दिखाई दे रही है।
Video: https://youtu.be/uOzzOuAiizo
दशकों पहले पानी में डूबने वाली नूरी मस्जिद की इमारत पूरी तरह से सुरक्षित है मस्जिद की जमीन से ऊपरी गुंबद तक की ऊंचाई करीब 30 फीट है रजौली प्रखंड के फुलवरिया डैम के दक्षिणी छोर पर स्थित चिरैला गांव के पास 120 वर्ष पुराना नूरी मस्जिद पूरी तरह से दिखाई देने लगी है जो आसपास के ग्रामीणों के साथ पूरे बिहार और झारखंड में कौतूहल का विषय बना हुआ है अनेकों युवाओं का कहना है कि हमने हमेशा से जिस क्षेत्र को जल मग्न देखा है उस क्षेत्र में वहां अचानक से एक मस्जिद को देखकर हैरान है।
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नवादा जिले के विभिन्न इलाकों से लोग अपने परिजनों के साथ इस मस्जिद को देखने के लिए आ रहे हैं सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य झारखंड सहित अन्य स्थानों से भी लोग इस मस्जिद को देखने के लिए पहुंच रहे हैं फुलवरिया डैम में जलस्तर घटने से मस्जिद पूरी तरह से दिखने लगी है पहले पानी का लेवल घटता था तो मस्जिद के ऊपर के गुंबद का हिस्सा दिखता था परंतु इस बार पूरी मस्जिद दिखाई दे रही है