झारखंड में रामनवमी के जुलुस में डीजे और साउंड बजाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से कई दिशा निर्देश जारी किये गए है जिसे लेकर भाजपा के विधायक विधानसभा सत्र के दौरन हंगामा करते दिख रहे है. पुरे विवाद को लेकर सरकार ने अपना पक्ष रखा है.
मंगलवार को भाजपा विधायक मनीष जयसवाल ने डीजे और साउंड नहीं बजाने के आदेश का विरोध करते हुए सदन में ही कुर्ता फाड़ कर प्रदर्शन करने लगे. विधायक ने कहा कि ऐसा लगता है झारखंड में हिन्दू होना गुनाह है। क्या हमलोग तालिबान में रहते हैं। मंत्री जी उठकर कह दे कि हमलोग तालिबान में रहते हैं तो सरकार जैसे रखेगी रहेंगे।
निर्दोष पर दायर मुकदमें वापस लिया जाय। कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का आदेश है कि डीजे बज सकता है फिर प्रशासन जानबूझकर रोक क्यों लगा रही है। जब इसपर सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया तो उन्होनें स्पीकर के आसन के सामने कुर्ता खोलकर विरोध किया।
हम लोग हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों का सम्मान करते हैं: मिथिलेश ठाकुर
मनीष जयसवाल के इस सवाल का जवाब देते हुए मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा की डीजे और साउंड बजाने पर रोक नहीं है। डीजे की समय सीमा और आवाज को लेकर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन का निर्देश है।
मंत्री ने भाजपा पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि भाजपा वाले कभी भी जय सियाराम नहीं बोलते है सिर्फ श्री राम का नाम लेकर उन्माद फैलाना चाहते है लेकिन झारखंड में ऐसा नहीं होने दिया जायेगा. हमारी सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है और हम सभी की भावना का कदर करते है. राजनितिक रोटी सेकने की कोशिश करने वाले यह भूल जाते है की यह झारखंड है और यहाँ साजिश करने वालों को मुहँ तोड़ जवाब भी दिया जाता है.