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झारखण्ड के इस नदी में स्नान करने से चर्म रोग हो जाता हैं खत्म, चर्म रोगियों के लिए साबित हो रहा वरदान

Jharkhand: झारखण्ड का लातेहार(Latehar) जिला में प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। नयनाभिराम दृश्य लोगों को बरबस अपनी ओर आकर्षित करती है, लेकिन यहां कई ऐसे स्थल हैं, जिनकी स्थानीय स्तर पर खूब ख्याति है। इन्हीं में ही एक है ततहा नदी का गर्म जलस्रोत। कहा जाता है कि इसमें स्नान करने से चर्म रोग दूर हो जाते हैं। नये साल पर लोग यहां जुटते हैं और पिकनिक मनाते हैं। बताया जाता है कि जिले के सदर प्रखंड की हेठपोचरा पंचायत के जारम गांव में स्थित ततहा गर्म पानी का स्रोत है। जिला मुख्यालय से इसकी दूरी करीब 10 किमी है, जबकि हेठ पोचरा पंचायत मुख्यालय से इसकी दूरी चार किमी है। लोग बताते हैं कि यह पानी औषधीय है और यहां नहाने से चर्म रोग दूर होते हैं।

हरही पहाड़ी के नीचे अवस्थित ततहा नदी में असंख्य ऐसे स्रोत हैं, जहां जमीन से गर्म पानी निकलता है। इस गर्म पानी की धारा दूर तक बहती जाती है।लोग इस गर्म पानी में बैठ कर घंटों नहाते हैं। यहां पहली जनवरी को काफी संख्या में लोग पिकनिक मनाते हैं, लेकिन यहां मकर संक्रांति को काफी भीड़ होती है। लोग गर्म पानी के स्रोत में स्नान व दानपुण्य कर चूड़ा-दही खाते हैं। ठंड के दिनों में गुनगुनी धूप में ततहा के गर्म पानी में नहाने का आनंद स्थानीय लोग उठाते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि ततहा नदी का पानी औषधि युक्त है और यहां नहाने से चर्म रोग दूर होते हैं। पोचरा पंचायत के बड़े-बुजुर्ग बताते हैं कि अंग्रेज अफसर तता नदी आए थे और उन्होंने गर्म पानी देखकर इस क्षेत्र को विकसित करने व यहां शोध कराने का निर्णय लिया था, लेकिन इस दौरान भारत को आजादी मिल गयी और यह कार्य शुरू नहीं हो सका।तत्कालीन उपायुक्त कमल किशोर सोन ने भी ततहा नदी व आसपास के क्षेत्रों को विकसित करने की योजना बनायी थी, लेकिन उसे भी मूर्तरूप नहीं दिया जा सका।

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Jharkhand: हरही पहाड़ समेत कई रमणिक स्थल

लातेहार( Latehar) जिला मुख्यालय से निजी वाहनों से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।लोग दिनभर पिकनिक व सैर-सपाटा कर शाम में वापस जिला मुख्यालय लौट सकते हैं। ततहा नदी के पास ही हरही पहाड़ के अलावा कई रमणिक स्थल व ग्रामीण परिवेश हैं, जहां सैर-सपाटा किया जा सकता है।