रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren
गृह मंत्रालय के गाइडलाइंस की कॉपी डीजीपी को CRPF झारखंड सेक्टर के आइजी ने सौंपा था, जिसे डीजीपी ने अपनी रिपोर्ट में संलग्न किया था. डीजीपी की रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि सीएम आवास जाने वाले 250 CRPF जवानों का नेतृत्व कमांडिंग ऑफिसर एसके पाल व सहायक कमांडेंट हरमीत सिंह कर रहे थे.
सीआरपीएफ जवानों की बिना सूचना प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने के मामले में रांची के गोंदा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसकी जांच जारी है. बताया जा रहा है कि डीजीपी की रिपोर्ट पर मुख्य सचिव की समीक्षा के बाद वरीय पदाधिकारियों के निर्देश के बाद ही गोंदा थाने की जांच आगे बढ़ेगी.
सभी CRPF जवानों पर गैर जमानतीय धाराओं में दर्ज हुई थी प्राथमिकी:-
सीएम आवास पहुंचने वाले अज्ञात जवानों पर गोंदा थाने में गैर जमानतीय धाराओं मं प्राथमिकी दर्ज की गई थी. आरोप था कि 20 जनवरी को जब ईडी के अधिकारी तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ करने सीएम आवास गए थे तब बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के जवान सीएम आवास पहुंच गए थे
आरोप है कि सीएम आवास प्रतिबंधित क्षेत्र में आता है. CRPF जवानों ने बिना अनुमति के ही सीएम आवास में घुसने का प्रयास किया था. वहां प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के हस्तक्षेप व वरीय पदाधिकारियों की आपसी बातचीत के बाद जवान वापस हुए थे. इससे संबंधित मामला गोंदा थाने में अनुसंधान के अधीन है.