राज्य के प्राथमिक स्कूलों (Jharkhand Government School)के 28,945 शिक्षकों को टैबलेट दिया जाएगा। टैबलेट खरीदने के लिए स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने टेंडर निकाल दिया है। पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों को पढ़ाने वाले इन शिक्षकों को दिसंबर के अंत तक टैबलेट दे दिया जाएगा। इसके माध्यम से शिक्षक जहां ऑनलाइन हाजिरी तो बना ही सकेंगे, वे बच्चों को डिजिटल शिक्षा भी देंगे।
प्राथमिक स्कूलों के इन शिक्षकों को टैबलेट देने के लिए 10-10 हजार रुपये का प्रावधान किया है। राशि राज्य सरकार को दी गई है। इसके बाद शिक्षा विभाग ने इसी आधार पर टेंडर निकाला है और विभिन्न कंपनियों से प्रस्ताव मांगा गया है। टेंडर में जिस कंपनी की प्रति टैब की कीमत सबसे कम होगी, उन्हें टैबलेट की आपूर्ति का निर्देश दिया जा सकेगा। टैबलेट देने के साथ-साथ तीन सालों तक उसे मेंटेनेंस की जिम्मेदारी भी संबंधित कंपनी की होगी। जो कंपनी मानकों को पूरा करेगी उन्हें ही टैबलेट देने की जिम्मेदारी दी जाएगी। झारखंड सरकार के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 29 दिसंबर को आयोजित होने वाले समारोह में शिक्षकों को टैब उपलब्ध कराया जा सकेगा।
Jharkhand Government School: राज्य के सरकारी स्कूलों को दिया गया था टैब
राज्य के सरकारी स्कूलों को पूर्व में सीधे टैबलेट दिया गया था। राज्य के 35 हजार स्कूलों को कुल 41 हजार टैब दिये गए थे। 2016-17 में स्कूलों को यह टैबलेट दिये गये थे। जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या ज्यादा थी वहां दो से तीन टैब दिया गया था। अब उसकी भी समयावधि पूरी हो चुकी है। ऐसे में जिन स्कूलों में टैब सही नहीं है और जो बनने की स्थिति में नहीं है वहां दूसरी व्यवस्था करने की भी तैयारी चल रही है।
Jharkhand Government School: अन्य शिक्षकों के लिए भी प्रस्ताव तैयार
राज्य के मिडिल, हाई व प्लस टू स्कूल के शिक्षकों के अलावा प्रारंभिक स्कूलों के सहायक अध्यापकों को टैब देने का भी प्रस्ताव तैयार किया गया है। केंद्र से सिर्फ प्राथमिक शिक्षकों को टैब देने के निर्णय पर राज्य सरकार बचे अन्य शिक्षकों के लिए टैबलेट में आने वाले खर्च का आकलन कर रही है। खर्च के आकलन के बाद सरकार उन्हें भी टैबलेट देने की कार्रवाई करेगी।
Jharkhand Government School: सीधे शिक्षकों को दिया जाएगा टैबलेट
टैबलेट सीधे शिक्षकों को दिया जाएगा। जो टैबलेट शिक्षक को मिलेगा, उसकी देखरेख व उसके संचालन की जिम्मेदारी शिक्षक की ही होगी। विद्यालय विकास फंड से हर महीने 200 रुपये का रिचार्ज शिक्षक करा सकेंगे। टैबलेट में ई-विद्यावाहिनी ऐप की अपलोड रहेगा। इसके जरिए शिक्षक हर दिन अपनी बायोमीट्रिक हाजिरी बनाएंगे। बच्चों की हाजिरी भेंजेंगे। जिलों और मुख्यालय से मांगी जाने पर संबंधित रिपोर्ट भी भेजेंगे।