Jharkhand News: देश में 38,992 जलाशय अतिक्रमण के शिकार हैं, जिनमें बड़ी संख्या ऐसे जलाशयों की है जिन्हें लगभग पूरी तरह हड़प लिया गया हैl पहली बार जलाशयों के अतिक्रमण की सही-सही संख्या कि यह जानकारी एक सरकारी रिपोर्ट में सामने आई है l अतिक्रमण के शिकार जलाशयों में ज्यादातर गांव में हैl
Jharkhand News: जलाशयों की गणना की रिपोर्ट में सामने आई अतिक्रमण की सही-सही संख्या
देश में जलाशयों की पहली गणना के मुताबिक गांव में 37,007 जलाशयों पर अतिक्रमण है ,जबकि शहरी क्षेत्र में 1,784 जलाशय ऐसे हैं, जो अवैध कब्जों की शिकार है l
रिपोर्ट के अनुसार, गांव और शहरी क्षेत्रों में जो जलाशय अतिक्रमण के शिकार हैं वे देश में मौजूद कुल 2,42,4,540 जलाशयों का 1.6 प्रतिशत ह जिन जलाशय पर अतिक्रमण किया गया है ,उनमें 62 प्रतिशत ऐसे हैं जिनका एक चौथाई हिस्सा अतिक्रमण का शिकार है ,जबकि 11.8% ऐसे हैं जिनका तीन चौथाई हिस्सा अवैध कब्जे का शिकार हैl इसका मतलब है कि 46 सौ से अधिक जलाशय लगभग पूरी तरह अतिक्रमण के शिकार हो गए हैं l
बिहार ,पंजाब ,आंध्र और तेलंगाना समेत देशभर में 38 हजार से ज्यादा जलाशय अतिक्रमण के शिकार, अधिकतर गांव में:
पहली जलाशय गणना रिपोर्ट के अनुसार, जलाशयों में 97,1 प्रतिशत यानी 23, 55,055 ग्रामीण और केवल 2.9% यानी 69,485 शहरी क्षेत्रों में हैl जिन राज्यों में जलाशय सबसे अधिक अतिक्रमण के शिकार हैं l bउनमें तमिलनाडु ,आंध्र प्रदे,श तेलंगाना बिहार, पंजाब, झारखंड शामिल है l
पिछले साल इसी संदर्भ में जल शक्ति राज्य मंत्री वीरेश्वर टुडू ने राज्यसभा में बताया था कि, जलाशयो को अतिक्रमण का शिकार होने से रोकना संबंधित राज्यों का दायित्व हैl
इस बारे में उन्हें समय-समय पर परामर्श दिए जाते रहे हैं तब जलाशयों के गणना के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार ,22 राज्यों में 18,691जलाशयों के अतिक्रमण की बात सामने आई थी lरिपोर्ट के अनुसार ,देश के कुल जलाशयों में 83.7 प्रतिशत (20, 30, 040 ) इस्तेमाल में है ,जबकि 16.3% (3,94,500) सुख जाने,निर्माण गतिविधियों, सिल्ट जमा हो जाने ,पुनरुद्धार की संभावना समाप्त होने, या अन्य कारणों से उपयोग के काबिल नहीं रह गए हैंl
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Story by -Divya Kumari