कुछ दिनों पहले राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी का विलय जनता दल यूनाइटेड में कर दिया है. विलय के बाद लगातार यह कहा गया कि उपेंद्र कुशवाहा घर वापसी कर रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा के जदयू में विलय को लेकर कई कयास लगाए जा रहे थे. राजनीतिक गलियारों में ऐसी खबरें थी कि उन्हें जदयू राज्यसभा भेज सकती है लेकिन बुधवार को बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने राज्यपाल कोटे से 12 नेताओं को एमएलसी पद पर मनोनीत किया. जिनमे कुशवाहा का भी नाम शामिल है.
राज्यपाल फागू चौहान के द्वारा जिन 12 नेताओं को एमएलसी पद पर मनोनीत किया गया है उनमें आरएलएसपी से जदयू में विलय करने वाले उपेंद्र कुशवाहा का भी नाम शामिल है. मंगलवार को नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक में राज्यपाल कोटे से विधान पार्षद बनाए जाने वाले नेताओं का चयन करने के लिए अधिकृत किया था. जिसके बाद लिस्ट सौंपी गई और आज राज्यपाल ने सभी 12 नेताओं का मनोनीत किया इन नेताओं में 6 जेडीयू और बीजेपी के नेता शामिल हैं.
राज्यपाल कोटे से विधान परिषद भेजे गए नेताओं में अशोक चौधरी, जनक राम, उपेंद्र कुशवाहा, राम वचन राय, संजय कुमार सिंह, ललन कुमार, राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, संजय सिंह, देवेश कुमार, प्रमोद कुमार, घनश्याम ठाकुर, निवेदिता सिंह के नाम शामिल हैं. मालूम हो कि अशोक चौधरी और जनक राम पहले से नीतीश कैबिनेट में मंत्री भी हैं. हालांकि वह किसी सदन के सदस्य नहीं थे. ऐसे में उन्हें राज्यपाल कोटे से विधान पार्षद भेजा गया है. जबकि उपेंद्र कुशवाहा जो हाल ही में अपनी पार्टी आरएलएसपी का विलय कराकर जदयू में शामिल हुए हैं उन्हें भी विधान पार्षद पद पर मनोनीत किया गया है.